7 दिनों तक भारतीय भाषा उत्सव में हुए अनेक कार्यक्रम

बिलासपुर। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत डॉ.सी.व्ही.रमन विश्वविद्यालय में तमिल कवि सुब्रमण्यम भारती के जन्म दिवस के अवसर पर 7 दिवसीय भारतीय भाषा उत्सव मनाया गया। इसमें- मिले सुर मेरा तुम्हारा गीत से लेकर कई राज्यों की भाषाओं की कविताओं का पाठ किया गया। इसके अलावा मेरी भाषा मेरा हस्ताक्षर, भारतीय भाषाओं का कविता पाठ, भारतीय भाषाओं की पोस्टर प्रदर्शनी, भारतीय भाषाओं के निशुल्क बेसिक कोर्स और भारतीय भाषाओं के विभिन्न राज्य गीतों का संकलन एवं प्रदर्शन किया गया। यह उत्सव 11 से 17 सितंबर तक चला। इसका आयोजन भाषा विज्ञान विभाग, एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब, छत्तीसगढ़ी लोक कला एवं संस्कृति केंद्र एवं छत्तीसगढ़ी शोध एवं सृजन पीठ ने संयुक्त रूप से आयोजित किया था।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि नंदकुमार पटेल विवि के कुलपति प्रो.एल.पी. पटेरिया ने कहा कि भाषा स्त्रीलिंग है, इसलिए सभी भाषाएं बहनें हुईं। भारत के सभी विविधताओं में भाषा विविधता विशिष्ट है। भारत की सभी भाषाएं समृद्व हैं।

सीवीआरयू के कुलपति प्रो. रवि प्रकाश दुबे ने कहा कि विश्वविद्यालय विभिन्न भारतीय भाषाओं के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में कार्य कर रहा है। विवि में भाषाओं के प्रशिक्षण के लिए कक्षाएं शुरू की जाएंगी। सम कुलपति प्रो. जयती चटर्जी ने कहा कि आज इतनी भाषाओं को सुनने से भारतीयता का अहसास हुआ। उन्होंने बांग्ला में गीत की प्रस्तुति दी। कुलसचिव गौरव शुक्ला ने कहा कि इस विश्वविद्यालय में 22 राज्यों के विद्यार्थी पढ रहे हैं। एक तरह से पूरा भारत सीवीआरयू में बसता है। यह आयोजन और भी बड़े रूप में किया जाएगा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के डीन अकादमिक डॉ. अरविंद तिवारी ने कहा कि भाषाएं भारतीय विशिष्टता को जीवंत रखती हैं। विद्यार्थियों को  बहुभाषी होने का प्रयास करना चाहिए। इस अवसर पर सभी विभागों के अध्यक्ष व प्राध्यापक मौजूद थे।
उत्सव के दौरान इन्होंने कविता पाठ किया- डॉ.इंदु संतोश- मलयाली, निशीकांता पंडा-उड़िया,श्वेता बिस्वाल-उड़िया, डॉ अनुपा थामस-मलयालम, डॉ.गुरप्रीत बग्गा-पंजाबी, मुस्कान-हिन्दी, डॉ स्नेहलता निर्मलकर-छत्तीसगढ़ी, डॉ.शाहिद हुसैन-उर्दू, डॉ.रिचा यादव-छत्तीसगढ़ी, प्रत्याशा साहू- उड़िया, डॉ. अभिषेक पाठक, डॉ हिरल राजा- गुजराती, डॉ यामिनी यादव-उड़िया, डॉ. राकेश यादव- उड़िया, डॉ.अंजू तिवारी-राजस्थानी, अभिषेक साहू-उड़िया, डॉ. महेश शुक्ला-हिन्दी, अब्बास खान-उड़िया,  प्रकाश तिवारी-छत्तीसगढ़ी,आलोक पाण्डेय-बघेली तथा डॉ संगीता सिंह-भोजपुरी।

सात दिन तक हुए आयोजन में परिचर्चा, मेरी भाषा, मेरा अभिमान, सभी भारतीय भाषाओं की वर्णमाला पर पोस्टर प्रदर्शनी, लेख का प्रदर्शन, राज्य गीतों का प्रदर्शन, कार्यशाला तथा विभिन्न भाषाओं में कविता पाठ रखा गया।

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