रायपुर। महात्मा गांधी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी को लेकर प्रदेश में मचे सियासी तूफान के बीच कांग्रेस ने गांधी हमारे अभिमान नाम से मौन धरना दिया, जिसमें मुख्यमंत्री ने कालीचरण को गाली चरण बताया। आज के धरने पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता व पूर्व गृहमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि गांधी को मानने वाले लोग आज घर घर शराब पहुंचा रहे हैं। इधर रायपुर पुलिस ने 2 दिन के रिमांड मिलने के बावजूद कोर्ट में आज ही कालीचरण महाराज को पेश कर दिया, जिनको 15 दिन के लिये न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।

ज्ञात हो कि रायपुर में आयोजित धर्म संसद में इंदौर के कालीचरण महाराज को बुलाया गया था। 26 दिसंबर को उन्होंने गांधी के खिलाफ अपशब्द कहे। उन्होंने नाथूराम गोडसे को नमस्कार भी किया था। इसके बाद एक वीडियो भी जारी कर अपने बात पर डटे रहने की बात की और कहा कि मृत्युदंड भी स्वीकार है, मगर माफी मांगेंगे। टिकरापारा थाने में कालीचरण के खिलाफ हेट स्पीच और समाज में अशांति फैलाने का अपराध दर्ज किया गया। बाद में देशद्रोह का आरोप भी दर्ज किया गया। रायपुर पुलिस ने उसे खजुराहो के पास के एक लॉज से कल सुबह गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश कर दिया था। 2 दिन की पुलिस रिमांड रायपुर कोर्ट ने दे दी थी।

इधर, गांधी मैदान में आज सुबह कांग्रेस ने महात्मा गांधी के अपमान के विरुद्ध एक मौन धरना प्रदर्शन रखा। धरने में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित अनेक मंत्री विधायक और पार्टी पदाधिकारी शामिल हुए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी यहां पहुंचे। उन्होंने सवाल किया कि यह कालीचरण है या गाली चरण। उसने नाथूराम गोडसे को नमस्कार किया और भाग गए। ऐसी बातें धर्म संसद के मंच पर नहीं होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री बघेल ने गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस का हवाला देते हुए कहा कि राष्ट्रपिता का दर्जा उन्होंने ही अपने वक्तव्यों में गांधीजी को दिया था। दुनिया के अनेक देश कहते हैं कि वे गांधी के रास्ते पर चलने का प्रयास करते हैं। भाजपा को बताना चाहिए कि क्या वे उनकी बातों को नकारते हैं।

पूर्व मंत्री बृजमोहन का जवाबी हमला

कांग्रेस की ओर से आज रखे गए, गांधी हमारा अभिमान- धरना आंदोलन पर प्रतिक्रिया देने में भाजपा की ओर से पूर्व गृह मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कल से ही सोशल मीडिया पर रिलीज कालीचरण महाराज कैंपेन चला रखा है।

उन्होंने कहा कि कि कांग्रेस लगातार एक विचारधारा पर हमला बोलते रही है। उस विचारधारा पर कई राज्यों में सरकार बनी और केंद्र में भी आज सरकार है। अभी जो कांग्रेसी हैं उनकी कोई विचारधारा नहीं। वे तो आजादी की लड़ाई के लिए बनाया गया संगठन था। बाद में उसने राजनीतिक दल का रूप ले लिया। अब यह राजनीतिक दल कुछ भी करे, उसको कुछ फायदा नहीं होने वाला है। एक तरफ गांधीजी के नाम पर मौन धरना देते हैं, और दूसरी तरफ गांधीजी जो शराब के सबसे बड़े विरोधी थे वे घर घर पहुंचा कर देते हैं। गांधी जी ने हमेशा प्रभु राम का नाम लिया, लेकिन छत्तीसगढ़ की धरती पर राम और सीता माता को गाली दी जाती है, ब्राह्मण समाज को गाली दी जाती है। सरकार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती। इनके मुंह में राम और बगल में छुरी है। ये कालनेमि राक्षस हैं।

कालीचरण को 13 जनवरी तक जेल

रायपुर पुलिस ने कालीचरण को 2 दिन की न्यायिक रिमांड कोर्ट से ली थी। मगर कल गिरफ्तारी के बाद आज अगले ही दिन उसको कोर्ट में पेश कर दिया और उनको न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने का आग्रह किया। अभियोजन का कहना था कि उनके साथ पूछताछ पूरी हो चुकी है। रायपुर सेशन कोर्ट में कालीचरण के अधिवक्ताओं की ओर से जमानत की अर्जी लगाई गई थी, जिसे नामंजूर करते हुए उनको 13 जनवरी तक के लिए रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।

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