रायपुर। हत्या के बाद राजधानी के मारवाड़ी शमशान घाट में बोरी में भरकर लाई गई लाश वहां के सुपरवाइजर की मदद से जला दी गई। इस घटना को मोहल्ले के लोगों ने देखकर पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस में हत्या के दो आरोपी तथा सहयोगी सुपरवाइजर को गिरफ्तार किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक खमतराई निवासी कमलेश साहू का शराब के नशे में अपनी पत्नी और मां से विवाद होता था। कुछ दिन पहले उसका फुफेरा भाई वेदकरण उसे समझाने के लिए उसके घर गया था, तो कमलेश ने उसके साथ मारपीट कर दी। वेदकरण ने इसका बदला लेने के लिए कमलेश की हत्या की योजना बना ली। मंगलवार को वह मृतक के घर पहुंचा। वहां से उसने नगपुरा निवासी अपने जीजा टीकाराम को भी बुला लिया। रात में तीनों ने जमकर शराब पी और देर रात देवकरण और उसके जीजा टीकाराम ने मिलकर कमलेश की गला दबाकर हत्या कर दी। लाश को बोरी में भरकर वे वैगनआर से मारवाड़ी शमशान घाट रायपुर पहुंचे। टीकाराम ने पहले ही सुपरवाइजर रवि साहू जो उसका परिचित था, को फोन पर बता दिया था कि वह एक शव को लेकर आने वाले हैं। तीनों ने सुबह 10 बजे श्मशान घाट के सामने जमकर शराब पी और उसके बाद कार को गेट के अंदर ले जाकर सीधे बोरे में से शव को निकालकर जलाना शुरु कर दिया। कार को भीतर ले जाने पर प्रतिबंध होने के बावजूद भीतर देखकर तथा बोरी में लाई गई लाश को जलाते देखकर आसपास मौजूद लोगों को संदेह हुआ। उन्होंने 112 नंबर पर डायल कर दिया, साथ ही मोहल्ले के पार्षद को सूचना दी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है।

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