सीए ने ऑडिट में पकड़ी गड़बड़ी, उच्चाधिकारियों को दी हेराफेरी की जानकारी

तखतपुर/टेकचंद कारडा। नस्ती में काटछांट कर ठेकेदार से सांठगांठ करते हुए नगरपालिका के कर्मचारियों ने एक ही काम का दो बार भुगतान करा दिया। यह फर्जीवाड़ा आडिट के दौरान सामने आया। जानकारी मिलते ही संयुक्त संचालक ने दोबारा भुगतान के दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा। इसके बाद सीएमओ ने नगरपालिका के लोक निर्माण प्रभारी योगेश प्रधान और लेखापाल भीष्म बैरागी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

नगरपालिका तखतपुर में सीए बोरकर एवं मजूमदार ने अंकेक्षण का कार्य किया। ऑडिट के दौरान उन्हें पता चला कि वार्ड नंबर दो में अनिल तिवारी के घर से शिव मंदिर तक आरसीसी नाली का निर्माण के लिए कार्यादेश क्रमांक 164 दिनांक 19 अप्रैल 2018 के माध्यम से ठेकेदार वेदप्रकाश ठाकुर को दिया गया। वर्क आर्डर जारी होने के बाद ठेकेदार ने कार्य प्रांरभ किया। उसका एमबी क्रमांक 560 में मूल्यांकन किया गया और 15 सितम्बर 2018 को दो लाख 53 हजार 997 रुपए भुगतान के लिए पारित किया गया। इसका भुगतान 24 सितम्बर को चेक क्रमांक 158192 के माध्यम से ठेकेदार को किया गया। जब कैशबुक और अन्य पर्ची की

ऑडिट के दौरान जांच की गई, तब पता चला कि इसी कार्य का दोबारा भुगतान क्रमांक 535 के तहत 13 मार्च 2019 को चेक क्रमांक 530885 के माध्यम से फिर दो लाख 53 हजार 997 रुपए कर दिया गया। इस जांच की रिपोर्ट सीए ने संयुक्त संचालक को 23 जून को पत्र लिखकर दी। इसमें बताया गया कि एक ही कार्य का दोबारा भुगतान नोटशीट में कूट रचना करते हुए हेराफेरी कर की गई है। यह कदाचरण की श्रेणी में आता है। इस प्रकरण का सूक्ष्म प्रशासनिक परीक्षण कर इसके जवाबदार अधिकारी कर्मचारी और ठेकेदार के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाये। सीए की आडिट रिपोर्ट मिलने के बाद संयुक्त संचालक ने इसकी सूचना संचालक नगरीय प्रशासन को भेजकर आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा है। सीएमओ ने भी इस मामले में नगरपालिका के लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी योगेश प्रधान व  लेखापाल भीष्म बैरागी तथा ठेकेदार वेद प्रकाश ठाकुर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

किसका क्या है जवाब?

मेरे पास फाइल नहीं थी, इसलिए मुझे भुगतान की कोई जानकारी नहीं मिली।

-योगेश प्रधान लोक निर्माण विभाग शाखा प्रभारी।

भुगतान के लिए मेरे पास फाइल पुटअप की गई, इसलिए नोटशीट में हस्ताक्षर कर चेक तैयार किया गया।

-भीष्म बैरागी, लेखापाल।

दस्तावेजों में कूटरचित कर धोखे में रखते हुए चेक हस्ताक्षर के लिए मेरे समक्ष प्रस्तुत किया गया।

-प्रहलाद पाण्डेय, सीएमओ नगरपालिका तखतपुर।

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