बिलासपुर। जिले में लगातार हो रही ऑनलाइन ठगी के मामलों को लेकर वांछित आरोपी मोहित गर्ग को पुलिस ने चकरभाठा से गिरफ्तार किया है। आरोपी का लिंक पंजाब से जुड़ा है, साथ ही उसका झारखंड और दूसरे प्रदेशों में फर्जी बैंक अधिकारी बनकर ठगी करने वाले गिरोहों के साथ सम्पर्क है। ये गिरोह हर रोज ऑन लाइन ठगी के जरिये तीन से चार लाख रुपये पार कर देते थे।

साइबर सेल को मालूम हुआ कि एटीएम ठग गिरोह का पंजाब लिंक का मास्टर माइंड मोहित गर्ग, 28 वर्ष बिलासपुर में छिपा है। चकरभाठा, सकरी व सरकंडा की पुलिस टीम बनाकर उक्त आरोपी को पकड़ लिया गया। वह मूल रूप से भटिंडा का रहने वाला है। वह झारखंड के देवघर, धनबाद, गिरीडीह के एटीएम ठग गिरोहों के साथ मिलकर ई वालेट के माध्यम से लोगों की आई डी व पासवर्ड हासिल कर लेता था।  वह टेलीफोन, बिजली बिल भुगतान या डिश टीवी का रिचार्ज करने के नाम पर रकम आहरित करता था, लेकिन उस खाते में पैसे न जाकर व इसे कैश करा लेता था। अपना कमीशन काटकर शेष रकम वह ठगों को दिल्ली या अन्य किसी जगह बुलाकर दे दिया करता था। वह यह काम सन् 2015 सेकरता आ रहा है। झारखंड के उपरोक्त जिलों के करीब 100 गावों के लोग फर्जी सिम कार्ड का इस्तेमाल कर देशभर में विभिन्न बैंकों के ग्राहकों को वे फर्जी बैंक अधिकारी बनकर फोन करते हैं और बैंक एकाउंट से सम्बन्धित जानकारी हासिल कर लेते हैं। हासिल किये गए ओटीपी और पासवर्ड की जानकारी मुख्य सरगना कलीम को दिया जाता था, जिसे वह पंजाब के लुधियाना, पटियाला, भटिंडा, गोविन्दगढ़ आदि में गिरोह के सदस्यों को भेज देता था। इनसे मिले रुपये मोहित अपने एकाउन्ट में मंगाता था और नीचे काम करने वालों को कमीशन बांटता था। गिरफ्तार आरोपी मोहित पहले भी भटिंडा पुलिस द्वारा पिछले साल जून में गिरफ्तार किया गया था लेकिन पुलिस को चकमा देकर भाग निकला था। आरोपी मोहित से सीपीयू, दो मोबाइल फोन, 15 सिम कार्ड, दो आधार कार्ड , दो पेन कार्ड, एक एयर पिस्टल, एक पासपोर्ट, एसबीआई, एलआईसी के बांड पेपर, जमीन फ्लैट खरीदने सम्बन्धी दस्तावेज सहित 25 से अधिक सामग्री जब्त की गई है। इस गिरोह के जामताड़ा झारखंड निवासी रिजवान अंसारी को पुलिस ने 22 जून 2018 को गिरफ्तार किया था। उसके पास से अन्य सामानों के अलावा दो लाख रुपये नगद भी जब्त किये गये थे। इसके अलावा जामताड़ा के ही इजराइल अंसारी को भी गिरफ्तार किया गया था, जिसके पास से 1.16 लाख रुपये नगद जब्त किये गए थे। इसी गिरोह के गोविन्दगढ़, फतेहगढ़ साहेब निवासी विशाल गोयल तथा आशु गोयल को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गिरोह के कलीम अशरफ तथा अंकित गर्ग की फरार है जिसकी गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस टीम रवाना होगी। इनके सौ से अधिक सहयोगियों की पुलिस को तलाश है।

पकड़े गये मोहित गर्ग का झारखंड के करमाताड़ निवासी कलीम अशरफ के अलावा अन्य ठगों से सम्पर्क है और प्रतिदिन तीन से चार लाख रुपये की ठगी के काम को ये लोग अंजाम देते हैं। आरोपी मोहित ने बताया है कि उसके 40 से अधिक तरह की ठगी करने वाले गिरोहों के सरगनाओं से सम्पर्क है। सबका अलग-अलग एकाउन्ट और आई डी बनाकर वह रखता है।

पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने पदभार संभालते ही पुराने मामलों के फरार आरोपियों की तलाश कर कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसके परिपालन में एएसपी ओ. पी. शर्मा, सीएसपी विश्व दीपक त्रिपाठी के निर्देशन में पुराने सक्रिय मोबाइल नम्बरों का अनुसंधान कर फरार आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

 

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here