रायपुर। कौन बनेगा करोड़पति 12 में 23 अक्टूबर की रात कौन बनेगा करोड़पति के कर्मवीर एपिसोड में पहुंचीं पद्मश्री फूलबासन यादव (50 वर्ष) शो से 50 लाख रुपये जीतकर आईं।

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की फूलबासन मां बमलेश्वरी जनहित समिति नाम की संस्था चलाती हैं, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करती हैं। इस समिति की 13 हजार 444 शाखायें हैं, जिनसे दो लाख से ज्यादा महिलायें जुड़ी हैं। समूह का सालाना टर्न ओवर 40 करोड़ रुपये का है। उन्होंने बताया कि बताया कि बचपन में वो पढ़ना चाहती थीं लेकिन गरीबी के कारण उनके माता- पिता उन्हें पढ़ा नहीं सके। उनके माता- पिता ने गरीबी और लड़की होने की बात कहकर पढ़ाने से इंकार कर दिया, जिसके बाद उन्होंने यह फैसला किया वो लड़की होकर कुछ कर दिखाएंगी।

फूलबासन यादव से 50 लाख रुपये के लिए जो सवाल पूछा गया वो उसका जवाब नहीं जानती थीं। इसके लिए उन्होंने आस्क द एक्सपर्ट लाइफलाइन का इस्तेमाल किया।

उनसे 50 लाख के लिए पूछा गया ये सवाल था:-

इनमें से कौन एक पर्यावरणविद् थीं जिन्हें, अपने राज्य हिमाचल प्रदेश में अवैध खनन के खिलाफ लड़ाई लड़ने और जोरदार आवाज उठाने के लिए जाना जाता है? 1.किंकरी देवी, B. दया बाई, C. मानसी प्रधान और D. चुनी कोटल.

इस सवाल का सही जवाब है A. किंकरी देवी।

पद्मश्री फूलबासन यादव का बचपन गरीबी में बीता। वह बचपन में अपने मां-बाप के साथ चाय के ठेले पर कप धोने का काम करती थीं। वे सात भाई- बहन थे और बचपन में उनके परिवार को कई दिनों तक भूखे पेट रहता था। 12 साल की कम उम्र में ही फूलबासन की शादी एक चरवाहे से करवा दी गई और उनके बच्चे हुए। अपने बच्चों का पेट भरने के लिए वो घर- घर खाना मांगने जाती थीं। इन चुनौतियों का सामने करते हुए उन्होंने फैसला किया कि वे  गरीबी, भुखमरी और बाल विवाह के खिलाफ काम करेंगी। आज उनके संगठन से दो लाख महिलाएं जुड़ी हुईं हैं जो महिला सशक्तिकरण के लिए काम करती हैं।

50 लाख के सवाल का जवाब रेणुका और फूलबासन दोनों की ही नहीं पता था. उन्होंने केबीसी एक्सपर्ट की मदद ली, जिन्होंने जवाब दिया- किंकरी देवी, जो कि सही सवाल था. इसके साथ ही फूलबासन 50 लाख रुपये जीत गईं। वह इस सीजन की पहली कंटेस्टेंट बनीं, जो कि इतनी रकम जीतकर गईं।

फुलबासन सिर्फ यही नहीं बल्कि स्वच्छता, स्वास्थ्य और जलापूर्ति जैसी गांव की जरूरतों का भी ख्याल रख रही हैं. खुद दस साल की उम्र में शादी के बंधन में बंधने वालीं फूलबासन बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता भी फैला रही हैं। उन्होंने गांव में नशा मुक्ति अभियान चलाने के लिए एक ‘महिला फौज’ भी तैयार की है, ताकि घरेलू हिंसा के मामलों पर लगाम लगे।

अमिताभ बच्चन ने फूलबासन यादव से पूछा कि वो आर्थिक लेन-देन में हिसाब-किताब की बारीकियां कैसे समझ पाती हैं और इतना बड़ा संस्थान कैसे चलाती हैं? तब फूलबासन ने जवाब दिया- जब आप अकेले रहते हैं, तो ये चीजें कभी आपके दिमाग में नहीं आती। उदाहरण के लिए, यदि आप किसी कुत्ते या बिल्ली को पत्थर मारेंगे तो वो भाग जाएंगे. लेकिन कभी मधुमक्खी के छत्ते पर पत्थर मारकर देखिए, आप पर हमला कर देंगी। यह संगठन की शक्ति है।

फूलबासन के नजरिए और उनकी इच्छाशक्ति से प्रभावित होकर अमिताभ बच्चन और रेणुका शहाणे, दोनों ने ही उनकी हौसला अफजाई की। अमिताभ बच्चन की फिल्में फूलबासन को काफी पसंद हैं। उन्होंने कहा बिग बी उनके भाई जैसे हैं। इस पर अमिताभ बच्चन ने उन्हें कहा, ‘आपने मुझे भाई बोला है, तो आगे से मुझे सर मत बोलिये भैया कहिये।’ इस पर फूलबासन बिग बी को ‘भैया जी’ कहकर पुकारने लगीं।

हॉट सीट पर फूलबासन यादव का साथ दे रहीं रेणुका शहाणे ने कहा कि फूलबासन की कहानी सुनकर मैंने महसूस किया कि मैं शिक्षित जरूर हूं, पर मुझे बुरा लगता है क्योंकि शिक्षित होने के बावजूद मेरे मन में कभी समाज के लिए ऐसी चीजें करने का ख्याल नहीं आया, जिस तरह उन्होंने पूरी हिम्मत के साथ यह किया है। शायद इस शो के बाद मैं ऐसा कुछ करना चाहूंगी। फूलबासन यादव से उन्होंने कहा, आज दो लाख महिलाएं आपके साथ जुड़ी हुई हैं और अब उसमें एक मुझे भी जोड़ दीजिए।

 

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