योजना में बड़ा घोटाला, गिरोह के खिलाफ सरसींवा के बाद पामगढ़ पुलिस में शिकायत

जांजगीर चांपा । प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में किस तरह से फर्जीवाड़ा किया जा रहा है, इसका सरसींवा के बाद पामगढ़ से नमूना सामने आया है। कुछ जालसाजों ने मिलकर पामगढ़ के करीब 45 लोगों को झांसे में लेकर फिनो बैंक में खाता खुलवाने के नाम पर मोबाइल नंबर, आधार कार्ड और थंब इप्रेशन ले लिया और रातों-रात उनके नाम पर आये पैसे उड़ा लिये। इन किसानों से जिनमें अधिकांश महिलायें हैं, से खेती का कोई दस्तावेज लिये बिना यह ठगी की गई।

पामगढ़ पुलिस ने फिलहाल गांव के ही हेमंत कुर्रे के खिलाफ शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की है। उसके पास डभरा के रहने वाले 4-5 युवक अक्टूबर माह में आये थे, उन्होंने सरकारी योजना के तहत 2-2 हजार रुपये जमा कराने के लिये गांव के लोगों को खाता खुलवाने के लिये तैयार करने कहा। जो लोग आये थे उनमें से एक हेमंत कुर्रे का परिचित था। हेमंत कुर्रे ने करीब 45 लोगों को बुलाकर उनकी सहमति से इन युवकों को दस्तावेज दिलाये। इनसे आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और थंब्र इंप्रेशन लिया गया। डभरा से आये युवकों ने कहा कि एक माह बाद एटीएम कार्ड और बैंक पास बुक उन्हें वे लाकर दे देंगे।

इस घटना के 3 महीने बाद 1 जनवरी को इन महिलाओं, किसानों के खाते में 6000 रुपये आने का मोबाइल  मैसेज आया। लेकिन 2 जनवरी को जब उन्होंने फिर से आए हुए मैसेज को देखा तो वे दंग रह गए। इसमें बताया गया था कि उन्होंने अपने सारे पैसे निकाल लिए है, जबकि किसी महिला के पास ना एटीएम कार्ड था, न ही खाता था न ही वे किसी ने बैंक में जाकर अपने पैसे निकाले। रुपये आने और तुरंत पार हो जाने के बाद वे हेमंत कुर्रे के पास गए जिसके कहने पर उऩ्होंने खाता खुलवाया था। हेमंत ने बताया कि नवागांव डभरा से जो लोग आए थे उनमें एक उनका रिश्तेदार है। इनमें विकी खांडे, ज्वाला रात्रे, अशोक खांडे, अनिल आदि थे। हेमंत ने कहा कि उसके एकाउंट में भी 4 हजार रुपये आए और तुरंत पार हो गये। मुझसे भी उन्होंने आधार कार्ड और थंब इंप्रेशन लिया था। उन लोगों का मोबाइल फोन अब बंद बता रहा है।

महिलाओं का कहना है कि हेमंत कुर्रे से जब उन्होंने एटीएम कार्ड और पास बुक मांगा तो उसने कहा कि वे सब जल गये हैं। हेमंत कुर्रे के खिलाफ उन्होंने पुलिस में आवेदन दिया है। पामगढ़ पुलिस का कहना है कि शिकायत की जांच की जा रही है।

कुछ माह पहले बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के सरसींवा से भी इसी तरह की शिकायत आई थी। उन किसानों के भी मोबाइल नंबर, आधार कार्ड और थंब इंप्रेशन लिये गये थे। इन लोगों ने भी थाने में शिकायत की थी। तब भी इन्हीं आरोपियों की पहचान हुई थी। सरसीवां पुलिस अब तक उनकी तलाश नहीं कर पाई है।

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