पं.राम गोपाल तिवारी की स्मृति में निशुल्क हेल्थ कैंप का 243 मरीजों ने उठाया लाभ

बिलासपुर। नवयुवक कान्यकुब्ज विकास समिति और पं. राम गोपाल तिवारी परिवार की ओर से आज इमली पारा स्थित सामाजिक भवन में स्वास्थ्य शिविर रखा गया। इसका 243 मरीजों ने लाभ उठाया। शिविर में पैथोलॉजी और सोनोग्राफी टेस्ट में विशेष छूट चिकित्सकों ने दी थी।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिलासपुर के विधायक शैलेश पांडेय ने कहा कि समाज का सबसे बड़ा दायित्व लोगों के स्वास्थ्य की चिंता करना है। आज एक जनप्रतिनिधि के पास आने वाले 100 में से 60 आवेदन सिर्फ चिकित्सा व्यवस्था के होते हैं। गरीब ही नहीं सक्षम व्यक्ति भी आज स्वास्थ्य का खर्च उठाने में अपने को असमर्थ पाता है। कोरोना काल में सामाजिक संगठनों के माध्यम से शासन ने भोजन, चिकित्सा एवं परिवहन जैसी समस्याओं का निराकरण किया था और अब जब तीसरी लहर आने की आशंका है, उसमें हम सब का उत्तरदायित्व और बढ़ जाता है।

विधायक ने सिम्स में कोविड-19 इंचार्ज डॉक्टर आरती पांडे सहित उपस्थित सभी डॉक्टरों की भूरी-भूरी प्रशंसा की। पं. तिवारी को श्रद्धांजलि देते हुए शैलेश पांडेय ने कहा कि उनका पूरा व्यक्तित्व प्रेरणादायी रहा है। उनका जीवन चरित्र हम सब को अपने आचरण में लाना चाहिए।

कान्यकुब्ज समाज के अध्यक्ष राम कुमार शुक्ला ने सेवा कार्य के लिए निशुल्क सेवा देने वाले चिकित्सकों के प्रति आभार व्यक्त किया तथा कहा कि समाज के द्वारा आगे भी इस तरह के आयोजन होते रहें, इसका प्रयास किया जाएगा। वार्ड की पार्षद स्वर्णा शुक्ला ने ऐसे कार्यों के लिए हमेशा तत्पर रहने की मंशा प्रकट की। सभा का संचालन कर रहे अनिल तिवारी ने स्वर्गीय राम गोपाल तिवारी के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि गांधीजी से प्रभावित होकर तिवारी जी ने स्वतंत्रता संग्राम के हर आंदोलन में भाग लिया और करीब 6 वर्ष 6 माह तक जेल में रहे। वे 1936 से 1957 तक 20 वर्ष लगातार मुंगेली से विधायक रहे। सन 1947 से 1952 तक वे मध्य प्रांत के चीफ पार्लियामेंट्री सेक्रेट्री रहे। बिलासपुर में 15 अगस्त 1947 को कलेक्ट्रेट में प्रथम ध्वजारोहण, पुलिस ग्राउंड में ध्वजारोहण एवं परेड की सलामी का सौभाग्य उन्हें प्राप्त है। 26 जनवरी 1950 को प्रथम गणतंत्र दिवस के अवसर पर भी पं. राम गोपाल तिवारी मुख्य अतिथि थे तथा गणतंत्र दिवस का भी प्रथम ध्वजारोहण उन्होंने ही किया। महात्मा गांधी 25 नवंबर 1933 को हरिजन उद्धार के लिए आए थे तो उन्होंने तिवारी जी को हरिजन उद्धार संघ का अध्यक्ष नियुक्त किया।

आभार प्रदर्शन करते हुए डॉ. प्रदीप शुक्ला ने कहा कि समाज के साथ चिकित्सकों का कर्तव्य भी है कि ऐसे आयोजनों में सतत सक्रिय रहते हुए अपने ज्ञान का निःशुल्क लाभ दें।

स्वास्थ्य शिविर में डॉ. गिरीश मिश्रा, डॉक्टर प्रिया मिश्रा, डॉक्टर आरती पांडे, डॉक्टर संदीप तिवारी, डॉ. आशुतोष तिवारी, डॉ प्रशांत द्विवेदी, डॉ. वर्षा तिवारी, डॉ. आशीष पुरोहितस डॉ. अभय शर्मा, डॉक्टर प्रदीप शुक्ला, डॉक्टर निशांत शुक्ला, डॉक्टर अंकित दुबे, डॉ स्मिता तिवारी सहित अन्य डाक्टरों ने अपनी सेवाएं दी।

समाज के प्रभात मिश्रा, अशोक त्रिवेदी, गुड्डा पांडे, आशीष शुक्ला, मनीष दीक्षित, गोपाल मिश्रा, दीपेश शुक्ला, अभिषेक मिश्रा, धीरज बाजपेयी, प्रभात तिवारी, विनय दीक्षित, सुरेखा दीक्षित, अमितेश तिवारी, शिवम् मिश्रा, विकास बाजपेयी, आदि स्वास्थ्य के आयोजन में सहभागी थे।

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