बिलासपुर। रेलवे सुरक्षा बल दक्षिण पूर्व मध्य रेल द्वारा 20  से 26 सितंबर तक स्थापना सप्ताह मनाया जा रहा है, जिसमें सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए विभिन्न ऑन लाईन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं ।

बल ने अपने बीते एक साल की 10 उपलब्धियों और कार्यों का ब्योरा दिया है। कोविड -19 के दौरान विभागीय तथा सामाजिक दायित्वों को उत्कृष्ट निर्वहन 353 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की समय बद्धता के साथ सुरक्षित यात्रा सम्पन्न कराई गईI श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के सभी यात्रियों को रेल प्रशासन द्वारा चिन्हित स्टेशनों पर खाना व पानी के वितरण में पूर्ण सहयोग दिया गया। रेलवे ट्रैक पर और उसके किनारे चलने वाले 307 प्रवासी मजदूरों को शीघ्र गंतव्य तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन को सौंपा गयाI अवैध रूप से मालगाड़ी के वैगन में यात्रा कर रहे 85 यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए भी जिला प्रशासन को सौंपा गयाI लगभग 80 हजार जरूरतमंद लोगों को रेलवे सुरक्षा बल द्वारा एन.जी.ओ. व अन्य रेलवे के विभागों के साथ मिलकर तीनों वक्त का भोजन उपलब्ध कराया गया। सभी खाधान्न मालगाड़ियों का सुरक्षित अनुरक्षण किया गया ।

यात्रा टिकटों की अवैध बिक्री को रोकने हेतु लगातार देशव्यापी अभियान चलाकर 377 टिकट दलालों से डेढ़ करोड़ रूपये मूल्य के भविष्य और अतीत रेल टिकटों की जप्ती की गईI टिकट दलालों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की गई । रेलवे संपत्ति अपराध की रोकथाम रेलवे संपत्ति(अवैध-कब्जा) अधिनियम के 258 मामलों में 417 आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ साढ़े तीन करोड़ रूपये मूल्य की संपत्ति की बरामदगी की गई। ऐसे अपराध की रोकथाम के लिये रेलवे अधिनियम के अंतर्गत 33,031 व्यक्तियों पर कार्रवाई की गई। यात्री सामान चोरी में संलिप्त 182 आरोपियों की गिरफ्तारी की गईI प्रतिदिन 42 से अधिक रत्रिकालीन मेल/एक्सप्रेस गाड़ियों में सजग गस्तI आई.एस.एस. के अंतर्गत तीन महत्वपूर्ण स्टेशनों बिलासपुर, रायपुर एवं गोंडिया में सुरक्षा अधोसंरचना का अभूतपूर्व विकास किया गया। सी.सी.टीवी कैमरे 19 महत्वपूर्ण स्टेशनों में और अन्य बचे स्टेशनों में भी निर्भया फंड के अंतर्गत सीसीटीवी कैमरे लगाने का कार्य चल रहा है I स्टेशन सुरक्षा योजना के अंतर्गत महत्वपूर्ण 8 स्टेशनों पर सुरक्षा संबंधी अधोसंरचना का विकास किया गया हैI

सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए 500 बिछुड़े अथवा लावारिस बच्चों को चाईल्ड लाईन या उनके परिजनों के सुपुर्द किया गयाI यात्रा के दौरान भूलवश छूटे लगभग 6 लाख मूल्य के सामानों की सही सलामत सुपुर्दगी की गई।

महिला एवं दिव्यांग यात्रियों की सुविधा पर विशेष ध्यान 5732 पुरुष यात्रियों पर महिला आरक्षित कोच में सफर करने पर कानूनी कार्रवाई की गई। न्यायालय द्वारा इऩ पर साढ़े आठ लाख रूपये का जुर्माना लगाया गयाI 1931 यात्रियों को दिव्यांग आरक्षित कोच में सफर करते पाये जाने पर कानूनी कार्रवाई की गई जिन पर कोर्ट ने तीन लाख रूपये का जुर्माना लगाया।

यात्रा के दौरान सुरक्षित व सुविधाजनक खान-पान  के लिये 5234 अवैध वेंडरों, हौकरों की गिरफ्तारी की गई जिन पर कोर्ट ने 32 लाख रुपये का जुर्माना लगाया।

इस अवधि में 369 से अधिक ट्विटर कम्पलेंट का त्वरित निवारण किया गयाI रेल सुरक्षा बल हेल्प लाईन नंबर 182 का 24×7 संचालन किया गया जिसके तहत लगभग 660 शिकायतों का त्वरित निवारण किया गया। इसके तहत चिकित्सा सुविधा, यात्री सामान छूटना, यात्री सामानों की चोरी,गुमशुदगी इत्यादि के मामले थे।  1821 व्यक्तियों को बिना कारण चेन पुलिंग के जुर्म में गिरफ्तारी की गई। कोर्ट ने इन पर सवा 6 लाख का जुर्माना लगाया।

रेलवे सुरक्षा बल के आधुनिकीकरण के लिये बी.डी.डी.एस, अनुरक्षण एवं प्लेटफॉर्म ड्यूटी के दौरान बॉडी वॉर्न कैमरे का प्रयोग तथा सइबर सेल के कार्यान्वन की शुरुआत की गई। इन सब तरीकों से रेल सुरक्षा बल का तीव्र रूप से आधुनिकीकरण किया जा रहा है।  इसके साथ ही साथ बल कर्मियों के कौशल विकास हेतु कई क्लास रूम एवं ऑन लाईन प्रशिक्षण कार्यक्रम लगातार करवाये जा रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here