रायगढ़- चक्रधर नगर थाना क्षेत्र के केलो विहार कालोनी में  रहने वाले दाे सगे भाइयों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, पुलिस को  मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें दोनों भाइयों ने  अपनी मर्जी से आत्महत्या और परिवार के किसी सदस्य को जिम्मेदार न ठहराने लिखी है, पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है।

पुलिस ने बताया कि मूल रूप से तमनार के बांधपाली के रहने वाले श्याम कुमार  चौधरी उद्योग विभाग में है। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग बिलासपुर में है। उनका बड़ा बेटा अविनाश चौधरी जेपीएल तमनार में मैकेनिकल इंजीनियर है।  वह 2004 से  रायगढ़ के केलो  विहार कॉलोनी में मां  और छोटे भाई  हरीकृष्ण चौधरी के साथ रह रहे थे। परिजन के अनुसार छोटा भाई का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। इससे बड़ा भाई परेशान था। खुदकुशी से एक दिन पहले उसने अपनी पत्नी मां को गांव भेज दिया था। घटना स्थल पर पहुंचे चचेरे भाई नरेंद्र चौधरी के ने बताया, कि छोटे भाई हरेकृष्ण चौधरी ने भी इंजीनियरिंग की है पर उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया। इससे अविनाश अक्सर परेशान रहता था।दो दिन पहले ही दोनों भाई बिलासपुर से इलाज कराकर लौटे थे। शनिवार सुबह जब घरवालों ने उन्हें फोन किया तो दोनों भाइयों के फोन बंद मिले। दोपहर तक संपर्क न होने पर चचेरा भाई नरेंद्र चौधरी रायगढ़ आया तो घर का मेन दरवाजा अंदर से बंद मिला। जब वह पास खड़े पेड़ पर चढ़कर अंदर देखा तो दोनों भाइयों के शव फांसी पर लटक रहे थे।

घटना की जानकारी उसने चक्रधर नगर पुलिस को दी। बिस्तर के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें दोनों भाइयों ने अपनी मर्जी से आत्महत्या करने की बात लिखी है और परिवार को किसी भी तरह से परेशान न करने का जिक्र किया है।

चार माह पहले हुई थी अविनाश की शादी

चार माह पहले 29 जून काे अविनाश की शादी ईश्वरी चाैधरी से हुई थी। शादी के बाद से हंसी खुशी एक साथ रह रहे थे। अविनाश के ऊपर अपने भाई की देखरेख के साथ मां चंपा चाैधरी की देखरेख की जिम्मेदारी थी। गांव बांधापाली आने जाने के साथ ही वे रायगढ़ के केलाेबिहार कालाेनी में रहते थे।

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