बिलासपुर। कोरोना महामारी के मुश्किल दौर में एक ऐसा मामला सामना आया है जिसमें गरीबों के राशन पर ही डाका डाल दिया गया। एक नहीं बल्कि दो ग्राम पंचायतों के पूरे एक माह का राशन सेल्समैन ने गायब कर दिया।

विकासखंड तखतपुर के ग्राम पंचायत खरकेना स्थित शासकीय उचित मूल्य दुकान में हितग्राहियों को मई माह के खाद्यान्न का वितरण नहीं करते हुए 14 लाख 71 हजार रुपये के खाद्यान्न की अफरा-तफरी करने पर सेल्समैन नरेन्द्र कौशिक के खिलाफ थाना हिर्री में एफआईआर दर्ज कराई गई है।

मालूम हो कि कोरोना महामारी पर गरीब परिवारों के समक्ष उत्पन्न आजीविका की समस्या को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने दो माह का खाद्यान्न एकमुश्त उचित मूल्य दुकानों को आबंटित किया गया है। गरीब परिवारों को यह राशन निःशुल्क दिया जा रहा है।

जिला खाद्य नियंत्रक बिलासपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार सैल्समैन के खिलाफ अनुविभागीय अधिकारी कोटा को शिकायत प्राप्त हुई थी कि ग्राम खरकेना की उचित मूल्य दुकान से शासन द्वारा घोषित दो माह का खाद्यान्न हितग्राहियों को वितरित नहीं किया जा रहा है, केवल अप्रैल माह का खाद्यान्न वितरण किया गया। इस दुकान से ग्राम पंचायत बेलमुण्डी का खाद्यान्न भी वितरित किया जाता है। अनुविभागीय अधिकारी के निर्देश पर खाद्य निरीक्षक मनोज बघेल ने दुकान की जांच की। यह पाया गया कि हितग्राहियों को माह मई का खाद्यान्न 530 क्विंटल चावल, 17.30 क्विंटल शक्कर, 8.81 क्विंटल नमक, 566 लिटर मिट्टीतेल जिसकी कुल कीमत 14 लाख 71 हजार 624 रुपये का वितरण न कर अफरा-तफरी की गई।

खाद्य विभाग ने विक्रेता नरेन्द्र कौशिक के खिलाफ थाना हिर्री में आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है।

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