बिलासपुर। कोरोना संक्रमण से बीते एक सप्ताह से जूझ रहे वरिष्ठ पत्रकार गणेश तिवारी का बीती रात एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन से बिलासपुर के पत्रकार जगत तथा प्रगतिशील संगठनों में गहरा शोक है।

तिवारी ने लम्बे समय तक नवभारत में काम किया और वे बीते अगस्त 2019 को सेवानिवृत हुए थे। वे अपनी सशक्त लेखनी और बेबाकी से विचार रखने के लिये जाने जाते थे। छात्र जीवन में उन्होंने जिले में एसएफआई का नेतृत्व भी किया तथा गवर्मेंट कॉलेज के छात्रसंघ सचिव भी रहे।

बीते सप्ताह उन्हें कोरोना संक्रमित होने के बाद उनके बेटे तुषार अपनी पत्नी के साथ बेंगलूरु से यहां पहुंच गये थे। ऑक्सीजन लेवल में उतार-चढ़ाव देखते हुए बेटे ने घर पर ही सिलेंडर की व्यवस्था कर रखी थी। शनिवार की शाम उनकी तबियत बिगड़ने पर बेड की तलाश शुरू हुई। केयर एंड क्योर अस्पताल में जगह मिलने पर उन्हें शिफ्ट किया गया। वे तब से लगातार वेंटिलेटर पर थे। कल रात 10 बजे उनका पल्स रेट गिर गया और उन्हें ह्रदयाघात हुआ। रात 10.30 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। तिवारी का सन् 2019 में  हार्ट सर्जरी हुई थी। उन्हें शुगर व बीपी भी था।

पत्रकार तिवारी की धर्मपत्नी भी इस समय कोरोना संक्रमित हैं। उनका घर पर ही इलाज चल रहा है। तुषार व उनकी पत्नी भी एक माह पूर्व कोरोना पीड़ित थे। स्वस्थ होने के बाद वे विशेष अनुमति लेकर अपने पिता की देखभाल के लिये यहां पहुंचे थे।

हाल ही में बिलासपुर के कार्टूनिस्ट पत्रकार प्रदीप आर्य का भी कोरोना संक्रमण से निधन हो गया था। जिले में इस समय कई पत्रकार कोरोना से पीड़ित हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here