गरू पुर्णिमा के अवसर पर सरकार को निशाने में लेते हुए प्रदेश कांग्रेश प्रवक्ता शैलेश पाण्डेय ने कहा कि सरकार शिक्षकों को सम्मान करना तो दूर सम्मानजनक वेतन तक नहीं दे पा रही है।

पांडेय ने कहा सरकार से अपनी मांगों को लेकर प्रदेश के लगभग 1 लाख 80 हजार शिक्षाकर्मी लंबे समय से अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं जिसमें कई शिक्षकों की जान तक चली गई लेकिन इसके बाद भी सरकार ने षड्यंत्र करते हुए संविलियन करने की बात करके धोखा दिया है। बिलासपुर जिले में ही करीब 15 हजार शिक्षाकर्मी हैं। यह हाल केवल स्कूली शिक्षा का नहीं है बल्कि उच्च शिक्षा की भी यही स्थिति है। बिलासपुर के लगभग सभी महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में सैकड़ों पद खाली है जिसको भरा नहीं जा रहा। प्रदेश का एकलौता केन्द्रीय विश्वविद्यालय संविदा शिक्षकों के भरोसे चल रहा है। बिलासपुर विश्वविद्यालय में करीब 200 पद प्राध्यापक के खाली है। पंडित सुंदरलाल शर्मा ओपन विश्वविद्यालय आज भी संविदा शिक्षकों और अधिकारियों के भरोसे चल रहा है। आज प्रदेश में स्कूली और उच्च शिक्षा का स्तर गिर रहा है दोनों स्तर की शिक्षाएं संविदा शिक्षकों के भरोसे है। बावजूद सरकार को इस बात की चिन्ता नहीं है। सत्ता में बैठी भाजपा सरकार शिक्षकों का सम्मान करना तो दूर उसे सम्मानजनक वेतन तक नहीं दे पा रही है यह सरकार कारोबारियों और उद्योगपतियों की सरकार है।

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