भाजपा ने सिंहदेव से इस्तीफे की मांग पर काला झंडा लेकर प्रदर्शन किया

अंबिकापुर। अंबिकापुर के राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव मेडिकल कॉलेज में आज सुबह एक के बाद एक 4 नवजात बच्चों की मौत हो गई। खबर निकलकर आई है कि रात में बिजली बंद हो जाने के बाद जनरेटर चालू नहीं किया गया, जिसके चलते वेंटिलेटर ने काम करना बंद कर दिया और बच्चों का दम घुट गया। दूसरी ओर प्रशासन ने इससे इंकार किया और कहा कि बच्चों की हालत ज्यादा गंभीर थी इसलिए मौत हुई। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव घटना की जानकारी मिलने पर अंबिकापुर पहुंच गए हैं। उन्होंने स्वास्थ्य सचिव को जांच टीम बनाकर जांच करने का निर्देश दिया है। भाजपा ने काला झंडा दिखाकर मंत्री के सामने प्रदर्शन किया और उनके इस्तीफे की मांग की है।

मेडिकल कॉलेज के अधीन संचालित  मातृ शिशु अस्पताल में 46 बच्चे कल शाम तक एडमिट थे। आज सुबह करीब 5.30 बजे से 8.30 बजे के बीच नवजात शिशु देखभाल विशेष कक्ष (एसएनसीयू) में भर्ती इनमें से चार बच्चों की मौत हो जाने से अस्पताल प्रबंधन और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर कलेक्टर कुंदन कुमार अस्पताल पहुंचे। वहां परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण बच्चों की मौत होना बताया। उन्होंने कहा कि रात करीब 1 बजे अस्पताल की बिजली बंद हुई। करीब दो घंटे तक बिजली गुल रही और इस दौरान जनरेटर चालू नहीं किया गया, जिससे वेंटिलेटर ने काम नहीं किया और बच्चों की मौत हो गई। कलेक्टर ने मीडिया से कहा है कि बच्चों की हालत गंभीर थी और बिजली बंद होने का एसएनसीयू में कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। रात 1.00-1.30 बजे बिजली बंद होने से कुछ दिक्कत आई थी लेकिन सुधार कर लिया गया था। अब भी एसएनसीयू में 30 से अधिक बच्चों का उपचार चल रहा है। मामले की विस्तृत जांच की जा रही है, जिससे मौत का सही कारण मालूम हो जाएगा।

इधर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी स्वास्थ्य सचिव आर. प्रसन्ना के साथ हेलिकॉप्टर से दोपहर2.30 बजे अंबिकापुर पहुंच गए। उनके पहुंचते ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने काला झंडा दिखाकर प्रदर्शन किया और सिंहदेव से इस्तीफे की मांग करते हुए नारेबाजी की। स्वास्थ्य मंत्री प्रदर्शनकारियों से चर्चा करने के बाद अस्पताल के भीतर गए। उन्होंने उनसे कहा कि मामले की जांच का आदेश दे दिया गया है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल में सिंहदेव ने डॉक्टरों, प्रबंधन से जुड़े लोगों, स्टाफ नर्सों तथा मरीजों के परिजनों से चर्चा की। यह स्वास्थ्य मंत्री का गृह जिला है और मेडिकल कॉलेज भी उनकी माता के नाम पर है। सिंहदेव ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को घटना की जानकारी उन्होंने दी उसके बाद अंबिकापुर आ गए हैं। स्वास्थ्य सचिव को घटना की जांच टीम बनाकर करने के लिए कहा गया है। यदि कोई इसमें दोषी पाया जाता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए परिवारों को राहत दिलाने तथा इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति रोकने का निर्देश अधिकारियों को दिया है।

दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें-चंदेल

अंबिकापुर में नवजात शिशुओं की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने घटना की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जबसे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी है 25 हजार से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है जो चिंताजनक है।

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