बिलासपुर। गलत सिग्नल मिलने के कारण झारसुगुड़ा-गोंदिया मेमू स्पेशल ट्रेन उस ट्रैक पर जा पहुंची जहां पहले से ही छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के खाली डिब्बे खड़े हुए थे। टक्कर होने से पहले ही ड्राइवर ने सूझ-बूझ से ट्रेन को समय पर रोक लिया और एक गंभीर हादसा टल गया।

घटना मंगलवार दोपहर की है। झारसुगड़ा से निकलकर गोंदिया जाने के लिये मेमू स्पेशल ट्रेन ने बिलासपुर स्टेशन में प्रवेश किया तो उसे प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर लिया जाना था लेकिन आरआरआई केबिन के स्टाफ की लापरवाही से उसे ग्रीन सिग्नल प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर दे दिया। ट्रेन पांच नंबर प्लेटफॉर्म पर आगे बढ़ गई, जिसमें अमृतसर से आई हुई छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के खाली डिब्बे पहले से ही खड़े थे। चालक ने चुचुहियापारा के पास देखा कि ट्रेन प्लेटफॉर्म से आगे बढ़ रही है और सामने एक ट्रेन भी खड़ी दिखाई दे रही है। उसने सूझ-बूझ दिखाई और ट्रेन को तुरंत रोक लिया। यदि समय पर ट्रेन नहीं रुकती तो मेमू स्पेशल में बैठे सैकड़ों यात्रियों की जान मुसीबत में पड़ जाती। यह हादसा यदि रात के वक्त होता तब भी एक बड़ी दुर्घटना घटित होती।

चालक ने तुरंत संबंधित विभाग के अफसरों को तथा कंट्रोल रूम को सूचित किया। छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के खाली डिब्बों को यार्ड में भेजा गया और जेडी मेमू को प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर लाया गया।

रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी साकेत रंजन ने बताया कि ट्रेन प्लेटफार्म की जगह बाईपास पर चली गई थी, जिसे तुरंत ब्रेक लगाकर रोक लिया गया।

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