बिलासपुर । सनातन धर्म प्रचार मंडल एवं आदित्य वाहिनी बिलासपुर के संयुक्त तत्वावधान में आद्य शंकराचार्य महाभाग का 2527वां प्राकट्य महोत्सव उल्लास पूर्वक मनाया गया।

पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के मार्ग दर्शन में पूरे देश के विभिन्न प्रान्तों के साथ साथ हरदोई में खजांची टोला स्थित सनातन धर्म प्रचार मंडल कार्यालय पर भी धर्मप्रेमी श्रद्धालु भक्तों द्वारा प्राकट्य उत्सव मनाया गया। इसमें विश्वशांति, सर्वजन कल्याण, राष्ट्रोत्कर्ष के लिए शिवजी का रुद्राभिषेक व आराधना पूजा की गई।इस अवसर पर उपस्थित विधायक शैलेष पांडेय ने बताया कि आदि शंकराचार्य का प्राकट्य केरल राज्य के कालड़ीं गांव में पूर्णा नदी के तट पर पिता शिवगुरु तथा माँ आर्यम्बा से बैशाख शुक्ल पंचमी को हुआ। यह बालक ज्ञानावतार के रूप में प्रतिष्ठित होकर श्रीमज्जगदगुरु शंकराचार्य के नाम से विख्यात हुआ।  शंकराचार्य  ने दिग्विजय कर सभी वादियों को पराजित करते हुए सत्ययुग के समान चारो वर्ण आश्रमों को स्थापित किया औऱ पूर्ण रूप से शास्त्रानुसार वैदिक धर्म की स्थापना की। उन्होंने चारों दिशाओ में चार पीठ स्थापित कर चारों आचार्यो को आज्ञा दी कि मर्यादानुसार मंडल की रक्षा करते हुए  वैदिक मार्ग को प्रकाशित करें।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संदीप पाण्डेय, चेतनधर दीवान, विवेक बाजपेयी, आदित्यवाहिनी के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रचूड़ त्रिपाठी, प्रफुल्ल शर्मा, राजेश्वर दुबे, राकेश तिवारी, मनोज दुबे, शेखर सिंह, ईश्वर पाठक, अभिषेक पाण्डेय, अनुराग पाण्डेय, नरेश तिवारी आनदवाहिनी से गीता तिवारी, पूर्णिमा दुबे, इंद्रा उपासना पाण्डेय एव धर्मप्रेमी उपस्थित थे।

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