बिलासपुर। कांग्रेस नेता व जमीन दलाल हिस्ट्री शीटर संजू त्रिपाठी की हत्या के लिए पिस्टल की सप्लाई करने वाले दो आरोपी रायगढ़ में तब पकड़े गए जब वे झारखंड होते हुए बांग्लादेश भागने के फिराक में थे। रायगढ़ पुलिस की पूछताछ के बाद दोनों को बिलासपुर पुलिस के सुपुर्द किया जाएगा दोनों आरोपी हथियारों की सप्लाई के कई और मामलों में शामिल हैं।

16 दिसंबर की शाम रायगढ़ की जूटमिल पुलिस ने ट्रांसपोर्टनगर बस स्टैंड के पास धांगरडीपा ग्राम के 26 साल के युवक नरेश उर्फ नान्हू यादव को पिस्टल बंदूक के साथ गिरफ्तार कर रिमांड पर जेल भेजा था। इधर बिलासपुर में संजू त्रिपाठी की गोली मारकर हत्या होने के मामले में रायगढ़ के हथियार सप्लायरों के शामिल होने की बात सामने आई तो आरोपी नरेश से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की। उसने एक पिस्टल और 3 राउंड कारतूस चांदनी चौक रायगढ़ के युसूफ हुसैन से खरीदी थी। पुलिस ने युसूफ की तलाशी शुरू की तो वह अपने घर व ठिकानों पर नहीं मिला। 21 दिसंबर की शाम उसे तथा मुख्य सप्लायर पलामू झारखंड के रहने वाले एजाज अंसारी को रायगढ़ रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया। उन्हें संजू त्रिपाठी मर्डर केस के बाद पुलिस की खोजबीन का पता चल गया था। आरोपी युसूफ पहले एक ट्रेवल्स एजेंसी के लिए ड्राइवरी करता था। इस दौरान दो साल पहले उसका परिचय एजाज से हुआ था। एजाज ने बताया कि झारखंड में सस्ते में पिस्टल और कारतूस मिलते हैं तुम उसे रायगढ़ आदि में बेचकर ज्यादा पैसा कमा सकते हो। युसूफ इसके लिए राजी हो गया। एकसाल पहले उसने डाल्टनगंज से पिस्टल लाकर नानू यादव को बेचा था। नवंबर में उससे संजू त्रिपाठी हत्याकांड के आरोपी प्रेम श्रीवास ने पिस्टल के लिए संपर्क किया। 2 दिसंबर को एजाज ने उसे व मुख्य आरोपी कपिल त्रिपाठी को अंबिकापुर बुलाया और 2 पिस्टल व 10 राउंड गोलियां 1.40 लाख मे बेच दी। इस दौरान एजाज भी युसूफ के साथ था।

संजू त्रिपाठी केस में अब तक 15 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। गोली चलाने वाले पांचों शूटर्स अब तक पकड़ में नहीं आए हैं।

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