रायपुर। महात्मा गांधी पर बेहूदा टिप्पणी और गाली गलौज करने के बाद फरार हुए कालीचरण महाराज को राजधानी की पुलिस ने आज खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया।

उनकी गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस कार्रवाई को अंतर्राज्यीय प्रोटोकॉल के खिलाफ बताया है। मिश्रा ने कहा संघीय मर्यादा इसकी बिल्कुल इजाजत नहीं देती। उन्हें सूचना देनी चाहिए थी। छत्तीसगढ़ सरकार चाहती तो उनको नोटिस देकर बुला सकती थी। मिश्रा ने यह भी बताया कि उन्होंने अपने डीजीपी से कहा है कि वे छत्तीसगढ़ के डीजीपी से बात करके विरोध दर्ज कराएं और स्पष्टीकरण लें।

केंद्रीय वित्त मंत्री के साथ हुई बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली में मौजूद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मिश्रा के आरोप पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पहले वे बताएं कि वह कालीचरण की गिरफ्तारी से खुश हैं या दुखी। गिरफ्तारी के दौरान किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया गया है। छत्तीसगढ़ की पुलिस ने प्रक्रियाओं का पालन किया है और गिरफ्तारी के 24 घंटे के भीतर उनको न्यायालय में पेश कर दिया जाएगा।

इधर छत्तीसगढ़ में भी पूर्व गृह मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कालीचरण की गिरफ्तारी का विरोध किया है और कहा है कि यह कार्रवाई गांधीजी के सिद्धांतों के विपरीत है।

ज्ञात हो कर मूलतः अकोला के रहने वाले 48 वर्षीय कालीचरण का असली नाम अभिजीत सराग है। बताया जाता है कि घर में गरीबी के कारण उनकी आठवीं के बाद पढ़ाई नहीं हो पाई और उन्हें उनकी मां ने मौसी के पास इंदौर भेज दिया। यहां उन्होंने कई धर्म ग्रंथों का अध्ययन किया और भैय्यू महाराज के संपर्क में आने के बाद अपना नाम और वेशभूषा बदल ली।

रायपुर में आयोजित दो दिवसीय धर्म संसद में उनको आमंत्रित किया गया था, जहां बीते रविवार को मंच से उन्होंने महात्मा गांधी को गालियां दी और नाथूराम गोडसे को नमस्कार किया। इसके बाद नगर निगम सभापति प्रमोद दुबे ने रात में उनके खिलाफ टिकरापारा थाने में एफ आई आर दर्ज कराई थी। इसके पहले ही कालीचरण छत्तीसगढ़ छोड़ चुके थे। एफ आई आर दर्ज होने के बाद उन्होंने एक वीडियो भी यू-ट्यूब पर अपलोड किया जिसमें फिर से अपनी बात दोहराई। कालीचरण ने कहा कि उन्हें अपनी बात का अफसोस नहीं है और वह मृत्युदंड की सजा तक भुगतने के लिए तैयार हैं।

एफ आई आर दर्ज होने के बाद रायपुर पुलिस ने तीन अलग-अलग टीमें कालीचरण को खोजने के लिए बनाई थी। उनके खजुराहो में होने का पता चला। उनके नाम से जो रिसोर्ट बुक किया गया था उसमें वह नहीं मिले, फिर पुलिस को पता चला कि वह एक किराए के मकान में छिपे हुए हैं। गुरुवार की तड़के 4:30 बजे उसे रायपुर पुलिस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। उनको सड़क मार्ग से रायपुर लाया जा रहा है। यहां उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here