बिलासपुर । दीपावली पर्व पर मिट्टी के दीये बनाने वाले कुम्हार व दूसरे ग्रामीणों के प्रति मुंगेली जिले के कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे की संवेदनशीलता की सराहना की जा रही है।

उन्होंने आदेश जारी किया है कि दीपावली पर्व पर मिट्टी के दीये बेचने के लिए आने वाले ग्रामीणों को अपनी दुकान लगाने में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसका पूरी तरह ध्यान रखा जाये। नगरपालिका और नगर पंचायत क्षेत्र में इनसे किसी प्रकार की कर वसूली नहीं की जाये साथ ही लोगों को मिट्टी के दीये के उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जाये। उक्त आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाये।

कलेक्टर ने यह आदेश मुंगेली, पथरिया, लोरमी व सरगांव के सभी राजस्व अधिकारियों तथा नगर निकायों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों के लिये जारी किया है।

ज्ञात हो कि मुंगेली क्षेत्र में न केवल कुम्हार बल्कि दूसरे ग्रामीण भी दीपावली के अवसर पर  अतिरिक्त कमाई अथवा जीविकोपार्जन के लिए मिट्टी के दीये बनाते हैं और बाजार लेकर आते हैं। बीते कुछ वर्षों से बाजार में उन्हें दोहरी परेशानी होती है। एक तो मोम के चाइनिज दीये चलन में आ गये हैं, दूसरे दीपावली पर लगने वाले अस्थायी बाजार में उन्हें बैठने के लिए जगह नहीं मिलती। वे बाजार के आखिरी कोने में बैठकर कुछ बेच पाने की कोशिश करते हैं। नगर निकायों के कर्मचारी या ठेकेदार भी उनसे मनमानी वसूली करते हैं। ऐसे में मुंगेली कलेक्टर के आदेश से कुम्हारों और दीये के व्यवसाय से जुड़े ग्रामीणों को राहत मिली है।

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