बिलासपुर। जिला खनिज न्यास परिषद् के सदस्य प्रमोद नायक ने आरोप लगाया है कि रेत ठेका लेने के लिए जमा किये गए कई आवेदनों में फर्जी बैंक ड्रॉफ्ट व झूठा निवास प्रमाण पत्र जमा किया गया है। उन्होंने कलेक्टर के नाम जिला खनिज अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर इसकी जांच करने की मांग की है।

नायक ने कहा कि पहले भी शराब ठेके के दौरान फर्जी डिमांड ड्रॉफ्ट के मामले सामने आ चुके हैं। जानकारी मिल रही है कि कई ड्रॉफ्ट फर्जी है तथा निवास प्रमाण पत्र भी झूठा तैयार किया है। अतएव, जिला स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में टीम बनाकर निविदाओं के साथ जमा दस्तावेजों की जांच की  कराई जाये। बैंक अधिकारियों को भी टीम में लिया जाये। फर्जी दस्तावेजों के मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग भी नायक ने की।

जिला खनिज अधिकारी दिनेश मिश्रा ने नायक को बताया कि इस सम्बन्ध में उन्होंने संचालक, खनिज विभाग से बात कर  ली है। निविदा की प्रक्रिया फिलहाल नहीं रोकी जायेगी पर सफल निविदाकार के दस्तावेजों में गड़बड़ी मिली तो उन्हें न केवल ठेके की प्रक्रिया से बाहर कर दिया जायेगा बल्कि कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी। ज्ञापन सौंपते समय उपस्थित एसडीएम देवेन्द्र पटेल ने भी कहा कि लिखित में मिली इस आपत्ति की सक्षम अधिकारी से जांच कराई जायेगी। नायक का कहना है कि रेत ठेके की प्रक्रिया शुरू होने के बाद हजारों की संख्या में नये निवास प्रमाण पत्र बनवाये गये हैं। निविदाकारों ने दो चार घंटे के भीतर ही निवास प्रमाण पत्र हासिल कर लिया।  ज्ञापन सौंपते समय नायक  के साथ अभय नारायण राय और तैय्यब हुसैन भी थे।

ज्ञात हो कि राज्य सरकार की नई नीति के अनुसार रेत उत्खनन का कार्य स्थानीय निकायों के हाथ से ले लिया गया है और इनकी खुली नीलामी कराई जा रही है। जिले में रेत खदानों को छह समूहों में बांटा गया है, जिनकी नीलामी की प्रक्रिया आज प्रारंभ हुई। कल आवेदन जमा करने के अंतिम दिन तक रेत ठेके के लिए कुल 850 आवेदन मिले।

 

 

 

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