बिलासपुर। कांग्रेस लीगल सेल की पहल पर आज कलेक्टर ने शहीद नूतन सोनी के परिवार वालों को बड़ी राहत दी। उनके बंटवारानामा आवेदन तहसीलदार ने 6 माह से रोक रखा था और रिश्वत की मांग की जा रही थी। कलेक्टर को जब जानकारी मिली तो उन्होंने एक्शन लिया। न केवल तहसीलदार ने काम किया बल्कि देरी के लिए उनके घर जाकर माफी भी मांगी।

रतनपुर में सेना के शहीद जवान नूतन सोनी का परिवार रहता है। उनके परिवार के लोगों में समप्त्ति का आपसी सहमति से बंटवारा हुआ है। इनका आवेदन लगभग 6 माह से तहसीलदार सुनील अग्रवाल ने रोक रखा था।  नूतन सोनी के भाई संतोष सोनी तहसीलदार के चक्कर काटकर परेशान हो गये थे। उसे पता चला कि तहसीलदार इस काम के लिए एक लाख रुपये की मांग कर रहा है। संतोष सोनी का परिवार कांग्रेस से जुड़ा है। उन्होंने कांग्रेस लीगल सेल के प्रदेश उपाध्यक्ष हाईकोर्ट अधिवक्ता संदीप दुबे से सम्पर्क किया और अपनी समस्या बताई। दुबे ने इसकी जानकारी फोन पर कलेक्टर डॉ. संजय अलंग को दी और प्रकरण का डिटेल भी मेसैज किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने तुरंत एक्शन लिया और तहसीलदार सुनील अग्रवाल को तलब किया। उन्होंने आपसी बंटवारे के मामले को लम्बे समय तक लटकाकर रखने को लेकर उसे फटकार लगाई और तुरंत बंटवारा नामा का आदेश जारी करने के लिए कहा। तहसीलदार अग्रवाल ने दफ्तर पहुंचकर तुरंत कागजात तैयार किये और शहीद के परिवार से जाकर मुलाकात की। तहसीलदार ने आदेश जारी करने में देरी के लिए माफी भी मांगी।

कलेक्टर की पहल से मिली राहत के लिए सोनी परिवार ने उनका आभार जताया और लीगल सेल ने भी इसके लिए धन्यवाद कहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here