बिलासपुर में अरपा का रपटा डूबा, घरों में घुसा पानी, जीपीएम में एक बहा, कई लोग बचाये गये

बिलासपुर। दो दिन तक हुई बारिश के चलते लबालब हो चुके अरपा भैंसाझार डायवर्सन के सात गेट खोल दिये गये हैं, जिसका सीधा असर बिलासपुर शहर के बीच से बह रही अरपा नदी पर पड़ा है।
शनिचरी रपटा डूबा।

आज शाम से शनिचरी का रपटा डूब चुका है और डायवर्सन से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण कई घरों में पानी घुस चुका है। कुदुदंड और चिंगराजपारा इलाके में कई लोगों को सामुदायिक भवन में रहने के लिये भेजा गया है। नगर निगम की ओर से उनके लिये भोजन की व्यवस्था की गई है।

केंदा में पुल पर पानी, सड़क बंद।

बीते दो दिनों के दौरान हुई भारी बारिश के चलते बिलासपुर, जीपीएम और मुंगेली जिले में जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। अनेक मार्ग बंद हैं और बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। खुड़िया, खूंटाघाट और घोंघा जलाशयों से पानी ओवरफ्लो हो रहा है।

बिलासपुर जिले में अब तक 1129 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की जा चुकी है जो हर साल होने वाली औसत वर्षा के बराबर है। गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही (जीपीएम) तथा मुंगेली में वर्षा अधिक हुई है। जीपीएम जिला मुख्यालय से बिलासपुर, कोरबा, मरवाही, मनेंद्रगढ़, अमरकंटक का संपर्क कटा हुआ है। सोन नदी, बमनी नदी, अरपा नदी में खोडरी, बेलगहना में पानी पुल के ऊपर बह रहा है। इसी तरह कोरबा के रास्ते में छोटे पुल पुलियों में ऊपर पानी बहने के कारण कोरबा का संपर्क भी टूटा हुआ है। दर्जनों गांव मुख्यालय से कट गये हैं। गांवों में बिजली के खंभे और तार टूट गये हैं, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। पुल से पानी उतरने के इंतजार में बसों और ट्रकों को दोनों ओर रुकना पड़ा है।

सोन नदी में बाढ़ आने के कारण मरवाही इलाके में अपने घर में फंसे एक परिवार को रेस्क्यू करके निकाला गया है जबकि लरकेनी गांव में एक युवक नाले को पार करते समय बह गया।

मुंगेली जिले के लोरमी इलाके में स्थित खुड़िया बांध के उलट से दो फीट ऊपर पानी बह रहा है। इसके चलते मनियारी नदी में बाढ़ आने को लेकर प्रशासन को जल संसाधन विभाग ने सतर्क किया है। मुंगेली की आगर नदी में पानी का बहाव तेज है। कल मुंगेली के कलेक्टोरेट और नगरपालिका परिसर के भीतर भी पानी भर गया था, जो आज कुछ कम हुआ है।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here