बिलासपुर। पुलिस को भरतपुर राजस्थान से साइबर ठगी के दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। ये ओएलएक्स में सामान बेचने खरीदने के बहाने से पेमेन्ट गेट वे का डिटेल हासिल कर ठगी करते रहे हैं। लोगों को भरोसा देने के लिये ये अपने आपको सेना या पुलिस का जवान बताते थे। आरोपियों को पकड़ने के लिये राजस्थान पुलिस ने वहां 11 दिन डेरा डाला और वहीं का परिधान पहनकर इनकी तलाश की। एक आरोपी अभी भी फरार है।

पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने आज पत्रकारों को घटनाक्रम की जानकारी दी। सिटी कोतवाली में एक महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसने पलंग की बिक्री के लिये ओएलएक्स में विज्ञापन डाला था। उसके पास आरोपियों ने अज्ञात मोबाइल नंबर से फोन कर गूगल पे का नंबर मांगा। महिला के मोबाइल में गूगल पे एप नहीं था तो उसने अपने एक रिश्तेदार का नंबर दिया। आरोपी ने भुगतान का झांसा देकर गूगल पे की सारी डिटेल हासिल कर ली और उसके खाते से 55 हजार रुपये निकाल लिये। सरकंडा इलाके के एक वरिष्ठ नागरिक ने ओएलएक्स में विज्ञापन देखकर एक्टिवा खरीदने के लिये दिये गये मोबाइल नंबर पर कॉल किया। वाहन बेचने वाले ने खुद का माना कैम्प रायपुर का निवासी तथा फौज में होना बताया। सौदा तय होने पर प्रार्थी ने आरोपी के बताये गये मोबाइल नंबर पर 25 हजार रुपये डाल दिये। बाद में ट्रांसपोर्ट एवं अन्य एलाउंस के खर्च के नाम पर और रकम मांगे गये। पेटीएम के जरिये प्रार्थी ने आरोपी को कुल 45 हजार 990 रुपये भेज दिये। पेटीएम एकाउन्ट का मोबाइल नंबर 6393480452 था जिसमें सुधीर बेरिया नाम आया।

दोनों मामलों में आईपीसी की धारा 420 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई। एसपी के निर्देश पर साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक कलीम खान व सरकंडा के टीआई जयप्रकाश गुप्ता के साथ सब इंस्पेक्टर प्रभाकर तिवारी, अजय वारे, जागेश्वर राठिया व अन्य की एक टीम बनाई। पूर्व के मामलों को के आधार पर जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि यह ठगी राजस्थान से की गई है। जिले की पुलिस वहां पहुंची और वेशभूषा बदलकर भरतपुर पुलिस के साथ रैकी करते हुए आरोपियों तक जा पहुंची।

पुलिस ने दो आरोपियों को छापा मारकर गिरफ्तार कर लिया जिनमें जाकिर पिता मुंशी (40 वर्ष), ग्राम जरवास थाना सकरी भरतपुर तथा रुखमिन पिता रहमान (28 वर्ष) रेलवे कॉलोनी कस्बानगर भरतपुर शामिल हैं। एक अन्य सह आरोपी मो. जाबिर पिता अब्दुल रशीद (30 वर्ष), लोहेसर थाना कामा जिला भरतपुर राजस्थान फरार है। दोनों गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर बिलासपुर पहुंच गई है और उन्हें कोर्ट में पेश किया गया है। आरोपियों ने ठगी की रकम, मोबाइल फोन, बैंक खाना, एटीएम कार्ड आदि बरामद किये गये हैं।

पुलिस अधीक्षक अग्रवाल ने कहा कि ऑनलाइन ठगी को रोकने के लेय पुलिस ने साइबर मितान अभियान चलाया था। ठगी के ऐसे आरोपियों की शत-प्रतिशत गिरफ्तारी सुनिश्चित की जायेगी।

पुलिस ने ओएलएक्स के जरिये की जा रही ठगी से सतर्क रहने के लिये आगाह किया है। उन्होंने कहा कि कोई अपने आपको सुरक्षा कर्मी, पुलिस या सेना का जवान बताये तो तत्काल भरोसा न करें। कोई भी सामान पसंद आ भी जाये तो एडवांस भुगतान न करें बल्कि वीडियो कॉल करें या प्रत्यक्ष देखकर सौदा करें। रकम भुगतान करने के लिये कई बार न्यूनतम भुगतान करने की बात कर क्यू आर कोड भेजा जाता है इससे भी ठगी हो सकती है। कैश ऑन डिलिवरी का उपयोग करें। ओएलएक्स का वास्तविक कस्टमर केयर नम्बर 9999020545 तथा ई मेल आईडी support@olx.com है।

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