पूर्व सीएम ने बताया राजनीतिक षड़यंत्र, डिप्टी सीएम ने कहा- जो गुनहगार होगा, उसका नाम आएगा

रायपुर। महादेव ऑनलाइन सट्टा में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज स्पेशल कोर्ट में पूरक चार्ज शीट दायर की। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम आते ही कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हो गए हैं। सोशल मीडिया पर बघेल ने एक पोस्ट कर इसे राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा बताया है, वहीं विधायक राजेश मूणत ने लिखा है कि महादेव के नाम पर गलत काम करने वालों की अब खैर नहीं। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि जो गुनहगार होगा, उसका नाम आना स्वाभाविक है।
ज्ञात हो कि 508 करोड रुपए से अधिक के महादेव सट्टा ऐप मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने आज रायपुर की विशेष अदालत में पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है जिसमें बघेल का जिक्र है। इसमें कहा गया है कि कैश कूरियर असीम दास ने बयान दिया है कि महादेव ऐप का पैसा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए भेजा गया था। महादेव ऐप प्रमोटर्स की ओर से कुल 508 करोड रुपए बघेल को दिए गए हैं। असीम दास से ईडी की टीम ने चुनाव से पहले 50 करोड रुपए जब्त किए थे। इस रकम को उसने तत्कालीन मुख्यमंत्री के लिए भेजा जाना बताया था। बाद में जेल से दास ने एक लिखित बयान जारी कर कहा था कि अफसर ने उसे दबाव पूर्वक बघेल का नाम लेने कहा। किसी दौरान ऐप के एक प्रमोटर शुभम सोनी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें उसने दावा किया कि कारोबार को चलने देने के लिए उसने मुख्यमंत्री को पैसे भिजवाए।
ईडी की पूरक चार्ज शीट के बाद भाजपा नेता विधायक राजेश मूणत में सोशल मीडिया एक्स (ट्विटर) पर लिखा कि छत्तीसगढ़ की जनता को बधाई देता हूं कि हमने और आपने जो लड़ाई लड़ी थी, उस भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच आगे बढ़ रही है। वह दिन याद कर रहा हूं जब भूपेश बघेल सरकार के काले कारनामों के खिलाफ ईडी के दफ्तर सबूत लेकर गया था। कोई कितना भी बड़ा क्यों न हो, महादेव के नाम पर गलत काम करने वाले की अब खैर नहीं।
इधर पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने एक्स (ट्विटर) पर लिखा है कि सप्लीमेंट्री चार्ज शीट में जिस तरह से मेरा नाम लिखा गया है वह पूरी तरह से राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा है। ईडी अपने आकाओं के इशारे पर कूट रचना कर लोगों को गिरफ्तार कर रही है और उनसे दबाव पूर्वक मेरे और मेरे सहयोगियों के खिलाफ बयान दिलवा रही है। इन बयानों में  पैसों के लेनदेन के जो आरोप लगाए गए हैं, उनका कोई आधार नहीं है। असीम दास ने अपने हस्तलिखित बयान में कह दिया है कि उसे धोखे में रखकर फंसाया गया। ईडी असली आरोपियों को बचा रही है।
उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस मामले में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कार्रवाई ईडी ने की है। इस बारे में किसका नाम है, मैं क्या कहूं। जो गुनहगार होगा, उसका नाम होना स्वाभाविक है।
कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि गड़बड़ी है तो ईडी हो या आयकर विभाग जांच तो की जाएगी। उन्हें संवैधानिक अधिकार मिला हुआ है। जांच एजेंसियां अपना काम करेगी।

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