बिलासपुर। किसानों और उपभोक्ताओं के बीच सीधा संपर्क स्थापित करने के लिये जिला प्रशासन बिलासपुर द्वारा किसान उपभोक्ता बाजार के रूप में एक नई पहल की जा रही है। यह किसान उपभोक्ता बाजार उप मण्डी प्रांगण तोरवा बिलासपुर में स्थापित किया जायेगा। जिसके माध्यम से किसानों को उनके उत्पादन को उचित दर पर बेचने हेतु सीधा बाजार मिलेगा। इससे उन्हें बिचैलियों से मुक्ति मिलेगी।

किसान बाजार हेतु इच्छुक किसानों से आवेदन पत्र मंगाया जा रहा है, जिसका परीक्षण ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, पटवारी और ग्रामीण उद्यानिकी विस्तार अधिकारी की समिति द्वारा किया जायेगा। इनके द्वारा चिन्हांकित किसानों के गांव में जाकर उनके खेतों का निरीक्षण किया जायेगा। यह समिति प्रमाणित किसानों को पहचान पत्र जारी करेगी। पहचान पत्र को हर 6 माह में किसानों द्वारा उत्पादित सब्जी के आधार पर नवीनीकृत किया जायेगा। किसान बाजार हेतु अब तक 45 किसानों का पंजीयन किया जा चुका है और 20 किसानों से आवेदन मिले है। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिये किसानों द्वारा किये गये जैविक उत्पाद को प्राथमिकता दी जायेगी। जैविक उत्पाद की बिक्री के लिये किसान बाजार में 5 चबूतरा आरक्षित किया जायेगा।
किसान बाजार में प्रतिदिन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर किसानों को दुकान आबंटित की जायेगी। दुकान पर स्थायी रूप से कब्जे की अनुमति किसानों को नहीं होगी। किसानों की संख्या अधिक होने पर लॉटरी निकालकर दुकान आबंटित किया जायेगा। इसके लिये किसानों से कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा।
किसान बाजार अंतर्गत विक्रय किये जाने वाले फल और सब्जियों की कीमतों का निर्धारण जिला प्रशासन द्वारा गठित समिति के सदस्यों द्वारा किया जायेगा। जो आने वाले 24 घंटे के लिये वैध एमआरपी रहेगा। एमआरपी थोक बाजार मूल्य से 20 प्रतिशत अधिक और चिल्हर बाजार मूल्य से 15 प्रतिशत कम रहेगा। एमआरपी सभी स्टाल में प्रदर्शित किया जायेगा। किसानों को उनके उत्पाद का सही तौल करने के लिये निःशुल्क तराजू, बाट दिये जायेंगे। तराजू बाट जारी करने एवं जमा करने के लिये रजिस्टर संधारित किया जायेगा। किसान बाजार में पेयजल, शौचालय, वाहन पार्किंग, कवर्ड शेड, काउंटर की व्यवस्था भी होगी।

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