आरोपियों ने ट्रक में आग लगा दी थी और भारी मात्रा में शराब नाले में बहा दी थी

बिलासपुर । बीते बुधवार  को वेलकम डिस्टलरी छेरकाबांधा से शराब से भरी ट्रक को लूटने के चार आरोपी गिरफ्तार कर लिये गये हैं। कुल नौ लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया था, जिनमें से पांच फरार है। गिरफ्तार आरोपियों से 33 पेटी शराब, चार मोबाइल फोन के सेट एक स्विफ्ट कार और एक बोलेरो जीप जब्त की गई है।

ट्रक क्रमांक सीजी 11 ए एस 9004 का चालक वहादत खान बुधवार 13 नवंबर को 871 पेटी देसी प्लेन मदिरा लोड कर शाम करीब 6:30 बजे वेयरहाउस राजनांदगांव के लिए निकला था।  बीजा मोड़ से उसे आगे जाना था। धोरामार मुरूम खदान तालाब के पास सूनसान जगह में चालक ने गाड़ी रोकी थी। वह फ्रेश होकर वापस अपने वाहन की कंडक्टर सीट पर बैठकर हाथ धो रहा था।  उसी समय पीछे से एक बोलेरो वाहन आकर सामने रुकी जिसमें तीन व्यक्ति बैठे हुए थे। इनमें से एक गाड़ी से उतरकर ट्रक ड्राइवर के पास आया और बोला कि शौच के लिए जाना है, यहां कीचड़ तो नहीं है। यह कहते हुए चकमा दिया और बात करते हुए उसने अपनी पेंट से मिर्च पाउडर निकालकर चालक वहादत की आंखों पर फेंक दिया। इसके बाद उसे खींच कर नीचे गिरा दिया। इतने में बोलेरो पर बैठे अन्य  व्यक्ति भी आए और चालक को नीचे धकेल दिया। उसमें से एक व्यक्ति ट्रक को स्टार्ट कर बीजा तखतपुर की ओर ले गया।  बाकी दो आरोपियों ने ट्रक चालक को बोलेरो वाहन में जबरदस्ती बैठा लिया तथा कोटा की ओर ले जाने लगे। ग्राम गोबरीपाट के क्रांक्रीट प्लांट के पास मौका देखकर ट्रक ड्राइवर वहादत ने बोलेरो का दरवाजा खोला और वाहन से कूद गया। उसके कूदने से आरोपी डर कर भाग गये।  ट्रक चालक वहादत महामाया ढाबे के पास गया और अपने वाहन मालिक रफीक मनिहार निवासी नैला को फोन करके घटना की सारी जानकारी दी। ड्राइवर इसके बाद अपने घर चला गया।

घटना की सूचना प्रार्थी रफीक मनिहार ने कोटा थाने में दी। उसकी रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध धारा 323 भारतीय दंड विधान का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के निर्देशन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय ध्रुव एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कोटा रश्मीत कौर चावला के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी एस.एन. पटले की टीम तैयार की गई और आरोपियों की तलाश शुरू की गई।

विवेचना के दौरान मुखबिर से पता चला कि कोटा के बाजारपारा निवासी शनि मानिकपुरी उसके दोस्तों ने इस घटना को अंजाम दिया है।  शनि मानिकपुरी का पता किया गया तो वह घर से फरार था। 17 नवंबर को बिलासपुर हाईकोर्ट रोड में वह पकड़ा गया।  उसे थाना लाया गया। पूछताछ करने पर उसने बताया कि अपने साथी अजय तिवारी, सूरज कोल व उमेश अग्रवाल के साथ एक सप्ताह पहले उन्होंने शराब से भरी ट्रक को लूटने की योजना बनाई थी।

घटना के दिन अजय तिवारी व सूरज कोल के साथ तीनों ने सुनसान जगह पर ट्रक को लूट लिया।  उसने अपने अन्य  साथी संजय और जाकिर के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। तहकीकात के बाद आरोपी शनि उर्फ भूपेन्द्र मानिकपुरी उम्र 25 वर्ष पुरानी बस्ती कोटा के कब्जे से घटना में प्रयुक्त बोलेरो एवं आरोपी महेश धृतलहरे, मांढर सिमगा से एक स्विफ्ट डिजायर कार तथा 29 पेटी देसी प्लेन शराब जप्त किया गया। मांढर के ही एक अन्य आरोपी प्रीत कुमार उम्र 38 वर्ष  से दो पेटी प्लेन शराब का पव्वा दो मोबाइल सेट, मांढर के ही भागीरथी उर्फ संजू धृतलहरे, उम्र 30 वर्ष दो  पेटी देसी प्लेन का पव्वा एवं एक मोबाइल सेट बरामद किया गया। इन बोतलों में वेलकम डिस्टलरी का रैपर लगा है।

घटना के दो दिन बाद 15 नवंबर को ग्राम मदकूद्वीप में बने रपटा पुल के नीचे लूटी गई देसी शराब की बोतलों को आरोपियों ने शिवनाथ नदी में बहा दिया था। पुलिस ने 161 देसी पव्वा प्लेन शराब को शिवनाथ नदी से जप्त किया है। चार  आरोपियों को आज विवेचना के बाद गिरफ्तार किया गया है तथा पांच फरार आरोपियों की तलाश जारी है। फरार आरोपियों में उमेश अग्रवाल-कोटा, संजय-सिमगा, जाकिर-बिलासपुर, अजय तिवारी और सूरज कोल कोटा शामिल हैं।

आरोपियों की तलाश करने में साइबर सेल बिलासपुर के सहायक उपनिरीक्षक हेमंत आदित्य तथा थाना प्रभारी को एनएस पटेल और उनकी टीम का विशेष योगदान रहा।

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