दल ने शावक के जन्म लेने के बाद घने जंगल से निकलकर विचरण शुरू किया

बिलासपुर। मरवाही वन मंडल में एक बार फिर हाथियों की आमद ने ग्रामीणों और वन विभाग की नींद उड़ा दी है। इस बार 43 हाथियों का बड़ा दल विचरण कर रहा है। हाथियों ने करीब 15 खेतों में फसलों को रौंद दिया है और आधा दर्जन घरों को भी नुकसान पहुंचाया है। ग्रामीण रात में अपने घरों की मशाल जलाकर रखवाली कर रहे हैं।
मालूम हुआ कि 8-10 दिन पहले जब हाथियों का यह दल कोरबा की ओर पहुंचा तो वह जंगलों में ही रुका हुआ था। इसकी वजह से ग्रामीण अधिक चिंतित नहीं थे लेकिन अब तीन दिन से मोहरा टोला, धनपुरिहा, टिकरा आदि गांवों में घूमते हुए बंशीताल गांव के पास घूम रहा है। बताया जा रहा है कि यह दल 42 हाथियों का था। एक हथिनी ने शावक को जन्म दिया है उसके बाद दल जंगल से बाहर निकला। रविवार को हाथियों के दल को नाका गांव के पास से सड़क क्रास करते देखा गया। अभी ये नाका, बंशीताल आदि गांवों के पास विचरण कर रहे हैं।
हाथियों का दल बड़ा होने के कारण अधिकारी भी नजदीक जाने से कतरा रहे हैं। इसके बावजूद कई लोग तस्वीरे लेने के लिये झुंड के पास पहुंच रहे हैं। कुछ दिन पहले ही वीडियो बनाने की कोशिश में जिले के पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल पर हाथियों ने धावा बोल दिया था। उन्हें घायल होने पर अपोलो बिलासपुर व रायपुर में भर्ती कराना पड़ा था। वन विभाग ने जगह-जगह पोस्टर चिपकाकर लोगों को आगाह किया है कि वे हाथी विचरण वाले इलाकों में जाने से बचें। विभाग के मैदानी कर्मचारी हाथियों के मूवमेंट पर नजर बनाये हुए हैं। उनके सुरक्षित आगे बढ़ जाने की प्रतीक्षा की जा रही है।

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