कलेक्टर ने की विद्यार्थियों से अपील-आत्मघाती कदम न उठाएं, कोई भी परीक्षा आखिरी नहीं होती

बिलासपुर। जरहागांव थाने के धरमपुरा गांव के एक निःशक्त छात्र लेखराम साहू ने शनिवार तड़के अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने अपने सुसाइड नोट में एक लड़की का नाम लिखकर कहा है कि उसके चक्कर में मैं फेल हो गया, इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं।

मृतक छात्र बीआर साव हायर सेकेन्डरी स्कूल मुंगेली में 12वीं कक्षा का छात्र था। कल रिजल्ट आने पर उसे पता चला कि वह पास नहीं हो पाया है बल्कि दो विषयों में पूरक मिला है। रात में वह घर के सदस्यों के साथ खाना खाने के बाद सो गया। उसके माता-पिता मजदूरी करते हैं। इन दिनों गर्मी के कारण वे तड़के ही घर से निकल जाते हैं। सुबह 6 बजे जब वे मजदूरी करके लौटे तो देखा कि लेखराम घर के गाय बांधने वाले कमरे में फांसी पर लटका हुआ है। पास ही एक कुर्सी लुढ़की हुई पड़ी है, जिसके सहारे वह फंदा लगाकर फांसी के लिए चढ़ा होगा। आसपास के लोगों ने घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी। पुलिस ने कमरे से एक सुसाइडल नोट बरामद किया, जिसमें उसने अपने माता पिता से माफी मांगते हुए एक लड़की का जिक्र किया है। उसने कहा कि इस लड़की के कारण उसकी पढ़ाई बर्बाद हो गई और वह फेल हो गया। फांसी के लिए कोई भी जवाबदार नहीं, मैं अपनी मर्जी से खुदकुशी कर रहा हूं।

जरहागांव थाना प्रभारी केशव आदित्य और विवेचना अधिकारी सब इंस्पेक्टर जय कुमार राठौर ने बताया कि शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया गया और उसे परिजन को सौंप दिया गया है। आगे जांच जारी है।

कलेक्टर सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने इस घटना पर अफसोस जताया और कहा कि-

“संभावनाओं से भरे छात्र का इस तरह आत्महत्या करना दुखद है। जीवन की कोई भी परीक्षा आखिरी नहीं होती है, अवसर लगातार मिलते रहते हैं। अंकों के अधिक या कम आने से उन्हें बिल्कुल विचलित होने की जरूरत नहीं है। यह प्रतिभा नापने का कोई मापदंड नहीं होता ।”

 

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