बिलासपुर। कोरोना संक्रमित मरीजों के फेफड़ों में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिये बी पैप मशीन ज्यादा कारगर है। मरीजों पर ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल इसका किया जाये, जिससे उनकी जीवन रक्षा की संभावना बढ़ सके। साथ ही वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की मांग में भी कम खर्च से कमी लाई जा सकेगी।

आईएमए के अध्यक्ष डॉ. अविजित रायजादा के नेतृत्व में डॉक्टरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने विधायक शैलेष पांडे से मुलाकात कर इस बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉक्टरों ने कहा कि वर्तमान में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार में ऑक्सीजन एवं वेंटिलेटर का उपयोग अत्यधिक करना पड़ रहा है। अस्पतालों में ऑक्सीजन एवं वेंटिलेटर की कमी है। स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन बी पैप वेंटिलेटर  के इस्तेमाल से प्रचलित वेंटिलेटर उपयोग में कमी लाई जा सकती है। ये मशीन कोरोना संक्रमित रोगों के इलाज में जीवन रक्षक का कार्य कर रही है। इसे कम खर्च में उपयोग में लाया जा सकता है। डॉ. रायजादा के मुताबिक फेफड़ों से संबंधित बीमारियों के इलाज, सांस लेने में दिक्कत महसूस करने पर बी पैप का इस्तेमाल किया जाता है। जिन मरीजों को रात को सोते समय सांस लेने में समस्या होती है, यह मशीन फेफड़ों के उस हिस्से तक एयर पहुंचाती है जहां ऑक्सीजन पहुंचने में रुकावट होती है। ये जहां ऑक्सीजन नहीं पहुंच रही वहां दो तरह के ऑक्सीजन प्रेशर फेफड़ों तक पहुंचाती है। फेफड़े के सामान्य हिस्से में प्रेशर को कंट्रोल भी करती है। कोरोना के समय में इस मशीन का इस्तेमाल उन मरीजों के लिए किया जा रहा है, जिनके फेफड़े ऑक्सीजन खींचने में पूरी तरह से सक्षम नहीं होते। साथ ही उनके लिए भी जिनका एसीपीओ 2  सैचुरेशन लेवल कम हो जाता है।

विधायक के साथ बैठक में डॉक्टरों ने इसका प्रदेश के मरीजों में अधिक से अधिक इस्तेमाल करने का सुझाव दिया। विधायक पांडे ने इस सुझाव से स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को अवगत कराया। सिंहदेव ने सुझाव का स्वागत करते हुए इस पर स्वास्थ्य सचिव से चर्चा कर कार्रवाई की बात कही है।

विधायक के साथ चर्चा में आईएमए से डॉक्टर अभिषेक घाटगे, नितिन जुनेजा, अखिलेश देवरस, प्रशान्त द्विवेदी, नताशा सोनी, हेमन्त चटर्जी, विनोद तिवारी, शशांक सिंह, शशिकांत साहू, सीएस उइके आदि भी शामिल हुए।

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