बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घोषणा की है कि मदनवाड़ा नक्सली हमले की हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश से न्यायिक जांच कराई जायेगी। इस हमले में राजनांदगांव के तत्कालीन एसपी विनोद चौबे सहित 30 जवानों की मौत हो गई थी।
शनिवार की शाम सिविल लाइन थाने के सामने शहीद विनोद चौबे की आदमकद प्रतिमा का अनावरण करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने यह घोषणा की। मदनवाड़ा नक्सली हमले को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 जुलाई 2009 को मदनवाड़ा में मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों ने दो जवानों की हत्या कर दी थी। एसपी विनोद कुमार चौबे अतिरिक्त बल लेकर मौके के लिए रवाना हुए थे। एसपी चौबे का काफिला जब घटनास्थल की तरफ बढ़ रहा था तभी नक्सलियों ने घात लगाकर पुनः हमला कर दिया जिसमें एसपी चौबे सहित हमारे अनेक पुलिस के जवान शहीद हो गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने घटना के बाद दो बार वहां जाकर मामले का अध्ययन किया। उन्होंने पाया कि शहीद चौबे और उसके साथियों ने वहां पांच घंटे तक संघर्ष किया।उन्होंने हैरानी जताई कि इस बीच उनके बचाव के लिए कोई भी दूसरा बल घटनास्थल तक नहीं भेजा गया। जबकि मदनवाड़ा घटनास्थल के एक तरफ बालोद जिला, दूसरी तरफ कांकेर जिला और तीसरी तरफ महाराष्ट्र की सीमा लगती है। बघेल ने कहा कि हमने उस समय भी दो बार राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर इस मामले की गहराई से जांच कराने की मांग की थी। इस घटना का विश्लेषण करने के लिए तीन कार्यशालाएं भी प्रदेश में रखीं लेकिन जांच नहीं हो सकी। हमें मालूम हुआ कि चौबे ने नक्सलियों के शहरी नेटवर्क को तोड़ने में महत्वपूर्ण सफलतला हासिल की थी, जिसके चलते वे नक्सलियों के निशाने पर थे। मुख्यमंत्री ने कहा शहीदों के परिजनों को न्याय मिलना ही चाहिए और सच्चाई सामने आनी ही चाहिए। इसलिए आज प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे की मौजूदगी में तथा बिलासपुर के कांग्रेसी साथियों के आग्रह पर मैं इस मामले की न्यायिक जांच की घोषणा करता हूँ। हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस की अध्यक्षता में मामले की न्यायिक जांच कराई जाएगी। एसपी चौबे और 29 जवानों की शहादत साधारण घटना नहीं है। न्यायिक जांच से सच्चाई सामने आएगी।
इसके पहले तखतपुर विधायक रश्मि सिंह, प्रदेश कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव, प्रवक्ता अभय नारायण राय आदि ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपकर मदनवाड़ा नक्सली हमले की न्यायिक जांच की मांग रखी।
45 लाख की लागत से 12 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित
शहीद विनोद चौबे की यह प्रतिमा नगर निगम बिलासपुर द्वारा 45 लाख रूपये की लागत से निर्मित है तथा 12 फीट ऊंची है । मुख्यमंत्री ने कहा कि भव्य प्रतिमा निर्माण करवाया गया है, जो उनके कद और व्यक्तिगत के अनुकूल है। उन्होंने कहा कि स्व.चौबे सरल, अल्पभाषी थे।
गृहमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि राजनांदगांव, कोंडागांव, गरियाबंद एवं कांकेर जिले के जवान शहीद होते रहे हैं। अब नक्सली घटना में कमी आई है। संसदीय कार्य एवं कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि चौबे ने मातृभूमि के प्रति मदनवाड़ा में जो साहस और जज्बा दिखाया, उस शहादत को सलाम करते हैं। इससे प्रेरणा मिलते रहेगी। उन्होंने कहा कि मदनवाड़ा घटना की जांच की आवश्यकता है। सभा को शहीद चौबे की धर्मपत्नी रंजना चौबे ने भी सम्बोधित किया।
मुख्यमंत्री बघेल ने शहीद विनोद चौबे की धर्मपत्नी रंजना चौबे सहित अन्य शहीदों के परिजनों को शॉल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया।