बिलासपुर। कोविड-19 टीकाकरण के लिये गांव में लोगों को प्रोत्साहित करने गई एक मितानिन को रोका गया और उसके साथ लाठियों से मारपीट की गई। गौरेला पुलिस ने आरोपी को कुछ ही देर में गिरफ्तार कर लिया। उस पर गैर जमानती धारायें लगाई गई है। कलेक्टर डॉ. नम्रता गांधी ने मितानिन के कर्तव्य निष्ठा की सराहना करते हुए उसे 10 हजार रुपये देकर सम्मानित किया है।

जान जोखिम में डालकर मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ता गांवों में टीकाकरण के लिये जागरूकता अभियान चला रहे हैं। गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले में भी कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में टीकाकरण अभियान में तेजी लाने की भरसक कोशिश भी हो रही है। इसी सिलसिले में 22 अप्रैल को तवरडबरा गांव में टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा था। यहां पर मितानिन चांदनी बैगा लोगों से घर-घर जाकर टीका लगवाने की अपील कर रही थी। इसी दौरान गांव के गोपाल बैगा ने आकर उसके साथ विवाद किया और कहा कि लोगों को टीका लगवाने के लिये क्यों मजबूर कर रही हो। इसके बाद भी चांदनी बैगा समझाइश देने के लिये कई घरों में गई। शाम के समय जब वह गांव से वापस लौट रही थी तो आरोपी गोपाल ने बीच रास्ते में उसे रोक लिया और अपशब्दों का प्रयोग करते हुए उस पर लाठी से हमला कर दिया। लोगों ने बीच बचाव कर मितानिन को उससे छुड़ाया।

घटना की सूचना गौरेला थाने में दी गई। पुलिस तुरंत सक्रिय हुई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके विरुद्ध आईपीसी की धारा 186, 353, 294, 323, 506 के तहत कार्रवाई की गई है।  पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार ने कहा कि इस तरह से शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने वाले को किसी प्रकार से बख्शा नहीं जायेगा।

कलेक्टर नम्रता गांधी ने आज मितानिन से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर मुलाकात की, जहां उसका इलाज चल रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन की ओर से मितानिन को 10 हजार रुपये देकर प्रोत्साहित किया। कलेक्टर ने कहा कि महामारी से बचाव के लिये जिले में मितानिनों का कार्य सराहनीय है, वह घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं।

 

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