बिलासपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने संगठन से जुड़े नेताओं ने कल अपनी शिकायत दर्ज कराई। आरोप लगाया गया कि मापदंड के खिलाफ जाकर हारे हुए लोगों को और भाजपा के लिये काम करने वालों को जगह दे दी गई, जबकि संगठन की ओर से सौंपे गये नाम खारिज कर दिये गये। शिकायत करने वालों का दावा है कि एल्डरमैन की सूची निरस्त की जायेगी, हालांकि इसके लिये मरवाही उप-चुनाव का इंतजार करना पड़ेगा।

निजी प्रवास पर 30 सितम्बर को बिलासपुर प्रवास पर पहुंचे मुख्यमंत्री बघेल ने अनेक नेताओं से अलग-अलग चर्चा की। बताते हैं कि हाल ही में कांग्रेस नेताओं ने एल्डरमैन की नियुक्ति को लेकर संगठन में पैदा हुए असंतोष की जानकारी दी। सूची जारी होते ही कुछ पदाधिकारियों ने अपना इस्तीफा विधायक, जिला अध्यक्ष और नगरीय प्रशासन मंत्री को भेजा था, हालांकि ये इस्तीफे स्वीकार नहीं किये गये।

उन्हें बताया गया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आम राय बनाकर एक सूची देने के लिये कहा गया था। संगठन ने सभी प्रमुख नेताओं से चर्चा कर 14 लोगों की सूची तैयार की थी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी तथा नगरीय प्रशासन मंत्री को सौंप दिया था। इनमें से सिर्फ 3 लोगों को एल्डरमैन बनाया गया। शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद नायक ने मुख्यमंत्री बघेल को बताया कि संगठन की ओर से सौंपी गई सूची में यह ध्यान रखा गया था कि पार्षद पद पर ईसाई, जैन, सतनामी आदि जिन समाजों के लोगों को अवसर नहीं मिला, ऐसे समर्पित कार्यकर्ता जिन्हें किसी वजह से पार्षद की टिकट नहीं मिल पाई और जिन्होंने विपक्ष में रहते हुए पुलिस की पिटाई झेली, उन्हें मौका मिले। इसके अलावा सूची में विषय विशेषज्ञ जैसे डॉक्टर, इंजीनियर, आर्किटेक्ट आदि को शामिल करने का सुझाव दिया गया था, जैसी परम्परा पूर्व में कांग्रेस की रही है। महिलाओं को भी आरक्षण नहीं मिला।

संगठन की ओर से कहा गया कि हारे हुए पार्षद प्रत्याशी को मौका नहीं देने की बात कही गई थी लेकिन उन्हें भी एल्डरमैन बना दिया गया है। विधायक समर्थक एक नाम ऐसा भी है जिसने टिकट नहीं मिलने पर भाजपा के लिये काम किया।

सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने इस पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि सूची उनके पास नहीं आई लेकिन नियुक्ति में जो मापदंड तय किये गये थे उसका पालन होना चाहिये था। यदि ऐसा नहीं हुआ है तो वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से चर्चा करेंगे और इसका हल निकालेंगे। सर्किट हाउस में मुलाकात के दौरान शहर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सीमा पांडेय ने भी यही शिकायत की तो मुख्यमंत्री ने कहा कि सब ठीक होगा, इंतजार करें।

एल्डरमैन नियुक्ति की शिकायत सूची जारी होने के पहले दिन से ही हो रही है और संगठन के अनेक पदाधिकारी खुलकर इसके खिलाफ बोल चुके हैं। एल्डरमैन की नियुक्ति नगरीय प्रशासन विभाग की ओर से की जाती है और कभी भी नियुक्तियां निरस्त की जा सकती है। संगठन के एक पदाधिकारी का कहना है कि मुख्यमंत्री की ओर से संकेत मिले हैं कि सभी नियुक्तियां निरस्त होंगी और मरवाही उप-चुनाव के बाद नये सिरे से सूची जारी की जायेगी।

नायक ने बताया- आधे से ज्यादा कांग्रेसी नाराज़

शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद नायक ने इस बारे में bilaspurlive.com को बताया कि मुख्यमंत्री से एल्डरमैन की नियुक्ति में हुई गड़बड़ी के बारे में बताया गया है। पचास फीसदी से ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ता इस सूची से निराश हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इसकी गंभीरता को समझते हैं, विचार करेंगे। संगठन अपनी सक्रियता बनाये रखे।

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