गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय ने आईआईटी दिल्ली के साथ एमओयू कर अपने गोद लिए गांवों के विकास का काम शुरू किया है।

उन्नत भारत अभियान के तहत जिले के कोटा विकासखंड के चार गांवों पुड़ू, रिंगवार, तेंदूभाठा और उमरिया दादर को विश्वविद्यालय ने गोद लिया है।

केन्द्र सरकार ने इस अभियान के लिए आईआईटी दिल्ली को राष्ट्रीय समन्वयक बनाया है। अभियान का मुख्य उद्देश्य उच्च शिक्षण संस्थानों के ज्ञान एवं अनुभवों का उपयोग कर जिले के विभिन्न विभागों के माध्यम से गावों का विकास करना है।

कुलपति अंजिला गुप्ता के निर्देशन में विश्वविद्यालय ने आईआईटी दिल्ली को एमओयू का एक प्रस्ताव भेजा, जो तैयार हो गई है। उन्होंने केन्द्रीय विश्वविद्यालय के उन्नत भारत अभियान कार्यक्रम की सराहना की है। आईआईटी दिल्ली इन गोद ग्रामों के सामाजिक आर्थिक जानकारी एकत्रित करने के लिए केन्द्रीय विश्वविद्यालय को वित्तीय सहायता भी उपलब्ध करा रहा है।

उन्नत भारत अभियान के तहत आईआईटी के अलावा  एनआईटी, आईआईएम, केन्द्रीय विश्वविद्यालय एवं अन्य प्रमुख संस्थानों को अपने नजदीक के गावों को गोद लेने एवं तकनीकी आधार पर विकास करने में भागीदार बनने के लिए एक अवसर दिया गया है। इस कार्य में सुझाव देने के लिए पूरे देश के विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों की एक समिति बनाई गई है।

गोद गावों में विश्वविद्यालय स्वास्थ्य शिविर, कृषि प्रशिक्षण, वित्तीय साक्षरता, कंप्यूटर प्रशिक्षण इत्यादि कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। आई.आई.टी. दिल्ली के साथ हुए एम.ओ.यू. से उन्नत भारत अभियान कार्यक्रम को गति मिल रही है। आईआईटी के प्रारूप के अनुसार इन सभी गोद ग्रामों का विस्तृत सर्वे एम.एस.सी. एन्थ्रोपोलॉजी के छात्र-छात्राओं से कराया गया।

टीम में वानिकी विभाग के सह-प्राध्यापक डॉ. के.के. चंद्रा को नोडल अधिकारी एवं सहायक प्राध्यापक डॉ. एस.के. शाही, डॉ. सुबल दास, डॉ. देवेन्द्र पटेल तथा डॉ. रमेश गोहे को सदस्य बनाया गया है। मुख्य सचिव केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने सभी कलेक्टरों को विश्वविद्यालय के इस कार्यक्रम में सहयोग करने के लिए कहा है। जिला स्तर पर भी इन गांवों के विकास योजना के लिए फंड की व्यवस्था की जाएगी।

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