बिलासपुर। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के न्यायाधीश धीरेन्द्र मिश्रा ने नगर निगम द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत शुरू किये गए वाइकल ट्रैकिंग सिस्टम की सराहना की है और इसे और बेहतर बनाने के लिए कार्य करने कहा है।

एनजीटी के न्यायधीश धीरेंद्र मिश्रा ने शुक्रवार को नेहरू चौक विकास भवन के तृतीय तल पर स्थित कमांड सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान न्यायधीश को निगम प्रशासन द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत

हाल ही में शुरू किए गए वाइकल ट्रैकिंग सिस्टम की जानकारी कमिश्नर प्रभाकर पांडेय की ओर दी गई-

  • वाइकल ट्रैकिंग सिस्टम एक ऐसा एप्लीकेशन है जिसके तहत शहर की सफाई व्यवस्था में लगे सभी वाहनों पर हर समय ध्यान रखा जा सकता है ।
  • गाड़ी कब शुरू हुई, किस रोड पर चली, कहां बंद हुई, कितने समय कहां पहुंची और कचरा लेने के दौरान कितने घंटे, कितने किलोमीटर तक चली।
  • यह सभी डाटा ऑनलाइन हर दिन सिस्टम में ऑटोमेटिक फीड होगा।

मैनुअल  एवं  मशीनरी  स्वीपिंग सिस्टम  और  आरडीएफ प्लांट कछार के नोडल अधिकारी  अनुपम तिवारी ने  मैन्युअल  एवं  मशीनीकृत  सफाई व्यवस्था  की जानकारी दी-

  • मशीनीकृत एवं  मैन्युअल  सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी  लायंस सर्विस लिमिटेड के पास है।
  • पूरे शहर से कचरा उठाने, डोर टू डोर कलेक्शन एवं  डस्टबिन से कचरा लेने  से लेकर आरडीएफ प्लांट तक पहुंचाने और उससे आरडीएफ एवं खाद बनाने की जिम्मेदारी दिल्ली एमएसडब्ल्यू सल्यूशन लिमिटेड के पास है।

एप्लीकेशन से संबंधित संपूर्ण जानकारी जानकारी दिल्ली एमएसडब्ल्यू सल्यूशन के प्रबंधक मुरलीधरन नायर ने दी। उन्होंने  बताया-

– वाइकल ट्रैकिंग सिस्टम को प्रभावी बनाने के लिए एक टोल फ्री नंबर जारी किया गया है, जिसमें कचरा नहीं उठाने, वाहन की देर से पहुंचने, आधा अधूरा कचरा उठाने या कचरा लेने से संबंधित सभी तरीके की शिकायतें की जा सकती हैं।

– शिकायत आने के बाद वह संबंधित सुपरवाइजर को ऑनलाइन ही ट्रांसफर हो जाएगा और समस्या का कितने समय में समाधान किया गया यह ऑनलाइन प्रदर्शित होगा।

– प्रत्येक वाहन में जीपीएस सिस्टम के तहत रूट वाइज कितने समय में कब कहां पहुंचा, कितने उसके टैंक में फ्यूल है, कब कितने टाइम के लिए गाड़ी को बंद किया गया और कितने समय चालू हुआ, गाड़ी कब कब कहां से गुजरी यह सेकंड टू सेकंड की जानकारी हर रोज ऑनलाइन फीड रहेगी।

– एप्लीकेशन के माध्यम से कौन-कौन सी गाड़ियां, किस प्रकार की गाड़ियां, कहां कहां पर कार्यरत हैं या भी एक टाइम पर एक क्लिक से देखा जा सकता है।

– इस एप्लीकेशन में  तय रूट के अनुसार वाहनों को चलना होगा। इसमें वाहन के रूट को कलर में भी डिफाइन किया गया है।

– रूट में चलने का कलर नीला होगा जबकि उस रूट पर गुजरने का कलर काला होगा। यह दोनों का मिलान हर रोज किया जाता है। इससे यह समझ आएगा की वाहनों के लिए तय रूट पर वाहन निर्धारित समय पर चले हैं या नहीं।

– यह एप्लीकेशन हर रोज आने वाली शिकायतों को ऑनलाइन दर्ज करेगा। इसमें प्रतिदिन कितनी शिकायत आई और उन शिकायतों को कितने समय में निराकरण किया गया या भी दर्ज होगा, जिसे एक क्लिक पर प्रिंट निकाला जा सकेगा।

टोल फ्री नंबर पर कर सकेंगे शिकायत

-लायंस सर्विस लिमिटेड की टोल फ्री नंबर 18 00 13 76 4 00 पर शहर के नागरिक कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

– कचरा उठाने, घरों से कचरा लेने एवं वार्डों में कचरा होने सफाई नहीं होने से संबंधित शिकायत दिल्ली एमएसडब्ल्यू सल्यूशनलिमिटेड की टोल फ्री नंबर 18 00 10 34 906 पर कॉल कर  दर्ज करा सकते हैं।

– नागरिकों से प्राप्त शिकायतों को तय समय पर निराकरण किया जाएगा।

निरीक्षण के दौरान पूरे कमांड सिस्टम को समझने के बाद एनजीटी के न्यायधीश मिश्रा ने निगम की सफाई व्यवस्था और इसकी निगरानी व्यवस्था की प्रशंसा की। इस दौरान उन्होंने इसकी प्रॉपर मॉनिटरिंग करने और इसे और बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करने की बात कही।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here