बिलासपुर। गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय की भौतिकीय विद्यापीठ के अंतर्गत शुद्ध एवं अनुप्रयुक्त भौतिकी विभाग में आयोजित दो दिवसीय ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का 15 सितंबर को समापन हुआ। इस संगोष्ठी का उद्देश्य सैद्धांतिक और सिमुलेशन प्लाज्मा अनुसंधान के उभरते क्षेत्रों में हाल की प्रगति पर बातचीत और चर्चा करना था।

इसमें देश-विदेश के भौतिकविद् वैज्ञानिकों ने व्याख्यान दिये। अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन संगोष्ठी का विषय ‘प्लाज्मा थ्योरी और सिमुलेशन‘ रहा। संगोष्ठी का आयोजन जूम डिजिटल प्लेटफार्म पर किया गया। संगोष्ठी के में मुख्य संरक्षक कुलपति प्रो. अंजिला गुप्ता व संयोजक भौतिकी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. रामप्रसाद प्रजापति थे।

15 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के द्वितीय दिवस ‘‘प्लाज्मा थ्यौरी एवं सिन्यूलेशन पीटीएस 2020‘‘ के तृतीय सत्र का सिडनी आस्ट्रेलिया के प्रो. बी.पी. पांडेय ने एक्जोप्लेनेट के गुणधर्म एवं उनके माइग्रेशन पर चर्चा की। विश्वभारती केन्द्रीय विश्वविद्यालय, शांतिनिकेतन पश्चिम बंगाल के प्रो. अमर प्रसाद मिश्रा ने डीजनरेट प्लाज्मा में लेन्ड्यू डेम्पिंग पर व्याख्यान दिया। आईपीआर गांधीनगर प्रो. पी. बन्दोपाध्याय ने एक्सपेरिमेंट्स इन डीसी कूलाम्ब क्रिस्ट्रल पर व्याख्यान दिया। प्रो. आर ककोती आईपीआर, प्रो. शिवम गुप्ता आईआईटी रूड़की, प्रो. एस. बसनेट त्रिभुवन यूर्निवर्सिटी नेपाल एवं इजिप्ट की प्रो. नोर ए एल शेफी ने विभिन्न विषयों जैसे ‘रग वेब इन प्लाज्मा, कोलिजनल टू आयन स्पिशिज प्लाज्मा पर शोध पत्र प्रस्तुत किया।

तृतीय तकनीकी सत्र के अंत में पोस्टर सत्र डॉ. प्रवीण कुमार शर्मा,  बी.यू. भोपाल इंडिया की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। विभिन्न प्लाज्मा क्षेत्रों जैसे बेसिक प्लाज्मा फिनामिना, डस्टी प्लाज्मा, लेसर प्लाज्मा, मेगनेटिक फयूजन प्लाज्मा क्वाटंम प्लाज्मा एवं स्पेस एंड एस्ट्रोफिजिकल प्लाज्मा से संबंधित पोस्टर लिंक पर अपलोड किये गए। पोस्टर सत्र में 80 पोस्टरों से संबंधित प्रश्न पूछे गए। प्रश्नों के उत्तर भी लिंक पर अपलोड किये गये। तृतीय सत्र की अध्यक्षता डॉ. मुद्रल बोस ने की।

चतुर्थ सत्र त्रिभुवन यूनिवर्सिटी, नेपाल के प्रो. आर. खनाल की अध्यक्षता में रखा गया। इसमें  प्रो. एस.के. तिवारी आईआईटी जम्मू, प्रो. वी. सक्सेना आईआईटी दिल्ली, प्रो. जी. पुरोहित डीएवी देहरादून एवं प्रो. एस. दुबे विक्रम यूनिवर्सिटी उज्जैन के व्याख्यान हुए जो कि डस्टी प्लाज्मा, लेसर प्लाज्मा एवं सेमीकन्डक्टर प्लाज्मा से संबंधित थे। शिखा शर्मा मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर, निधि पाठक गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर ने लेसर प्लाज्मा पर शोध पत्र प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन संयोजक भौतिकी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. रामप्रसाद प्रजापति द्वारा दिया गया।

इस अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में बेसिक प्लाज्मा, डस्टी प्लाज्मा, क्वांटम प्लाज्मा, लेजर प्लाज्मा इंटरैक्शन, नॉनलाइनियर इंटरैक्शन, मैग्नेटिक फ्यूजन प्लाज्मा, स्पेस और एस्ट्रोफिजियल प्लाज्मा जैसे सैद्धांतिक और सिमुलेशन शोध के विविध अनुसंधान क्षेत्रों को शामिल किया गया।

इस अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में विश्वविख्यात प्लाज्मा वैज्ञानिक प्रो. रोनी केप्पन (बेल्जियम), प्रो. सेर्जी खरपक (जर्मनी), प्रो. माइकल बोनित्ज (जर्मनी), प्रो. बिरेन्द पाण्डेय (आस्ट्रेलिया) एवं भारत से प्रो. गणेश राजारामन, पिंटू बंध्योपाध्याय (इंस्टिट्यूट फॉर प्लाज्मा रिसर्च गांधीनगर), विक्रांत सक्सेना (आईआईटी दिल्ली), एस.के. तिवारी (आईआईटी जम्मू), प्रो. राजेंद्र छजलानी (विक्रम विवि उज्जैन), प्रो. नरेशपाल सैनी (गुरुनानक देव विवि अमृतसर), डॉ. अमर मिश्रा (विश्व भारती विवि) ने व्याख्यान दिये। इस अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में देश-विदेश के लगभग 350 वैज्ञानिकों ने भाग लिया।

 

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