एसईसीआर में प्रशिक्षण देने का अभियान जनवरी से शुरू होगा

बिलासपुर। देशभर में रेलवे की ओर से मां-बाप से बिछुड़े बच्चों को घर वापस पहुंचाने के लिए अभियान चलाया जायेगा। इसके लिए रेलवे के अधिकारी, कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसका पहला सत्र 10 जनवरी को शुरू हो रहा है।

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की एक सहयोगी संस्था रेलवे चिल्ड्रन ऑफ इंडिया ने इसके लिए करीब 3.30 घंटे का एक प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया गया है। इसमें बाल अधिकार एवं बाल सुरक्षा के संदर्भ तथा संबंधित कानूनों के बारे में रेल कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा।

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा रेलवे स्टेशनों में कार्यरत कर्मचारियों जैसे टीटीई, स्टेशन प्रबंधक, रेलवे सुरक्षा बल एवं जीआरपी आदि कर्मचारियों जो ऐसे बच्चों के सीधे संपर्क में आते हैं उन्हें समुचित प्रशिक्षण देने के लिए कुछ गैर सरकारी संस्थाओं से भी सहयोग लिया जायेगा।

इस कड़ी में रेलवे चिल्ड्रन ऑफ इंडिया (आरसीआई) संस्था के द्वारा 10 जनवरी 2020 एवं 11 फरवरी, 2020 को लगभग एक डेढ़ घंटे का एक ट्रेंनिंग सत्र चलाया जायेगा। इसके बाद एक फरवरी, 2020 से 07 फरवरी, 2020 तक रायपुर रेलवे स्टेशन में एक जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा, ताकि किन्हीं कारणों से ऐसे बच्चे जो अपने परिजनों एवं माता-पिता से बिछुड़ गए हैं, उन्हें पुनः अभिभावकों तक पहुंचाया जा सके। जिनके अभिभावक नहीं मिल सकेंगे उन्हें बालगृह को सौंपा जाएगा।

जागरूकता के लिए स्टेशन एवं स्टेशन परिसार व इससे संबंधित जगहों पर विभिन्न माध्यमों से जागरूकता फैलाई जाएगी इसके तहत नुक्कड़ नाटक आदि भी आयोजित किये जायेंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here