त्रिवेणी में रुके मुस्लिम समुदाय के मजदूरों के लिए सहरी और रोजा की व्यवस्था की जायेगी

बिलासपुर । रमजान के पवित्र माह में रोजा और इबादत सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए और लॉकडाउन के दौरान शासन एवं प्रशासन द्वारा जारी एडवाईजरी का पालन करते हुए की जाएगी। रमजान पर्व के दौरान मस्जिद में नमाज अदा नहीं की जाएगी। लोग अपने-अपने घरों में नमाज पढ़ेंगे और शासन के निर्देशों का पालन करेंगे।

जिला शांति समिति की बैठक आज अतिरिक्त कलेक्टर बी.एस.उईके की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में नगर निगम के महापौर रामशरण यादव भी विशेष रूप से उपस्थित थे। महापौर यादव ने समिति के सदस्यों की ओर से मुस्लिम समाज के लोगों से अपील की कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए रमजान पर्व के दौरान ज्यादा भीड़भाड़ न करें और सोशल डिस्टेंसिंग से एक दूसरे का सहयोग कर भाईचारे से यह पर्व मनाएं।

समिति के सदस्यों की मांग पर प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि छूट दिये गये समय पर मस्जिदों से अजान हो सकता है। पर्व के दौरान पानी की व्यवस्था, साफ-सफाई की व्यवस्था, विद्युत आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये गये। समिति के सदस्यों ने ध्यान आकर्षित कराया कि प्रवासी मजदूर जो त्रिवेणी भवन में रूके हुए हैं, उनमें मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल हैं। उन्हें रोजा रखने के लिये सुविधाएं देने का आग्रह किया। अतिरिक्त कलेक्टर ने इन मजदूरों के लिये रोजा शुरू होने के पूर्व सहरी और रोजा खोलने के समय भोजन की व्यवस्था करने हेतु नगर निगम के अधिकारी को निर्देश दिया।

बैठक में अतिरिक्त कलेक्टर बी.सी.साहू, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर ओपी शर्मा, नगर निगम के सभापति शेख नजीरूद्दीन (छोटे), सिटी मजिस्ट्रेट अवधराम टंडन सहित प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी, समिति के सदस्य इकबाल हुसैन, हबीब मेमन, अभय नारायण राय, तिलक राज सलूजा सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।

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