बिलासपुर। लोरमी के एसडीएम पर आरोप लगा है कि उन्होंने होम आइसोलेशन पर रह रहे एक भूतपूर्व सैनिकों की डंडे से पिटाई करते हुए घर से निकाला और एक क्वारांटीन सेंटर में ले जाकर बाहर से ताला लगा दिया। कलेक्टर ने मामले की जांच का आदेश दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार घटना लोरमी तहसील के ग्राम डिंडोल की है। सैनिक गोविन्द राम साहू पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में पदस्थ थे। 31 मार्च को रिटायर होने के बाद वे एक माह तक नासिक महाराष्ट्र में क्वारांटीन पर रहे। इसके बाद वे अपने गृह ग्राम डिंडोल पहुंचे। सरपंच रामनिवास राठौर को उन्होंने अपने आने के बारे में जानकारी दी। राठौर ने उन्हें अपने घर पर क्वारांटीन पर रहने के लिए कहा। सैनिक अपने घर में कैद हो गये और उनके घर के सामने होम क्वारांटीन का स्टीकर भी चिपका दिया गया। वे घर पर नियमों का पालन करते हुए लगातार 12 दिन आइसोलेशन पर थे। शिकायत के अनुसार इस बीच शनिवार को एसडीएम रुचि शर्मा सरपंच को साथ लेकर उसके घर पहुंची और उसे बाहर निकलने कहा। बाहर निकलते ही उन्होंने डंडे से उसकी पिटाई शुरू कर दी और शाला भवन क्वारांटीन सेंटर में भेजकर वहां ताला लगा दिया। पूर्व सैनिक ने इस मामले में एसडीएम के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि जैसी व्यवस्था सरपंच द्वारा की गई वे नियमों का पालन करते हुए घर पर थे। देश की सेवा करने वाले सैनिक होने के नाते एसडीएम का उनके साथ दुर्व्यवहार अपमानजनक है। सेवाकाल में कभी किसी अधिकारी ने उनके साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया। जिस क्वारांटीन सेंटर में उन्हें छोड़ा गया है वहां किसी तरह की कोई व्यवस्था भी नहीं है।

घटना के सम्बन्ध में लोरमी एसडीएम ने पूर्व सैनिक की पिटाई की बात से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि वह नियमों का पालन नहीं कर रहा था, जिसके चलते क्वारांटीन सेंटर में रहने के लिए कहा गया है। मुंगेली कलेक्टर सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने बताया है कि उन्हें घटना की शिकायत मिली है। अतिरिक्त कलेक्टर इसकी जांच करेंगे।

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