बिलासपुर, 3 जुलाई। बस्तर के गांव-गांव में नक्सलवाद है। अलग राज्य की मांग उसी साजिश का हिस्सा है। नक्सली ही इस तरह की मांग कर रहे हैं। राज्य सरकार इस बढ़ते नक्सलवाद को रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है। झूठी घोषणाओं के जरिए सत्ता में आई कांग्रेस से लोग ढाई साल में ही परेशान हो गए हैं। कानून-व्यवस्था फेल है। उक्त बातें छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने कही। बिलासपुर में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे पूर्व गृहमंत्री पैकरा ने कहा कि बस्तर कई राज्यो की सीमा से लगा हुआ है। कानून-व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण बस्तर के गांव-गांव में नक्सलवाद फैल रहा है। इसे रोकने का सरकार कोई प्रयास नहीं कर रही है। बस्तर अलग राज्य बनाने की मांग माओवादी कर रहे हैं। इसका बड़ा कारण नक्सलवाद का बढ़ना है। इसी के चलते इसकी मांग की जा रही है। नक्सली विकास में बाधक हैं।

घर-घर शराब बांट रहे
शराबबंदी को लेकर भी पूर्व गृहमंत्री ने सरकार को आड़े हाथ लिया। कहा कि गंगाजल की कसम खाकर सत्ता में आए थे। शराब बंदी की जगह अब वही घर-घर बांट रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की उपलब्धियों और राज्य सरकार की विफलताओं को लेकर जिला स्तर पर हम लगातार बैठकें कर रहे हैं। हम आने वाले ढाई सालों में कांग्रेस सरकार की पिछले विफलताओं को जनता के सामने उजागर कर रहे हैं। जनता भी अब समझ चुकी है।

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