बिलासपुर में मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने स्काई योजना के मोबाइल फोन बांटे

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के मनरेगा मजदूरों के हाथ में भी वही मोबाइल फोन होगा, जो मेरे हाथ में है। आज 100 में से 26 लोगों के हाथ में मोबाइल फोन है, जो 100 में 100 लोगों तक पहुंच जाएगा।   स्काई योजना छत्तीसगढ़ के लोगों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाने जा रहा है। उन्होंने घोषणा की कि प्रदेश के हर जिले में बिलासपुर की तरह  मातृ-शिशु चिकित्सालय की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नारे ही लगाते रह गए, उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि धान की कीमत 2100 रुपये तक पहुंच पाएगी, लेकिन मोदी सरकार ने यह कर दिखाया है।
पुलिस ग्राउंड में आयोजित ‘मोबाइल तिहार’ कार्यक्रम में डॉ. सिंह ने कहा कि प्रदेश में 50 लाख लोगों को, जिनमें 40 लाख लोगों के पास आने वाले तीन-चार माह के बाद 4 जी नेटवर्क के साथ स्मार्ट फोन उपलब्ध होगा। 1467 करोड़ की यह योजना पूरी होगी तो प्रदेश के 100 प्रतिशत लोगों के हाथ में मोबाइल फोन होगा, जो अभी सिर्फ 29 प्रतिशत है। प्रस्तावित 1600 टॉवर लगने के बाद प्रदेश की कनेक्टिविटी 66 प्रतिशत से बढ़कर 90 प्रतिशत हो जाएगी। यह योजना प्रदेश के लोगों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी, क्योंकि अब सारे काम मोबाइल फोन पर हो रहे हैं। चाहे वह ट्रेन की टिकट बुक करना हो, टैक्स रिटर्न भरना हो, ऑनलाइन फॉर्म जमा करना हो, मौसम की किसानों को जानकारी लेनी हो, शॉपिंग करनी हो या पैसे का ट्रांसफर करना हो। इसमें मोदी एप भी रहेगा, जिसमें शासन की योजनाओं की जानकारी मिलेगी। लोग मोबाइल फोन को लग्जरी आइटम कहते थे, जिसे हमने समानता के अधिकार के अंतर्गत सबके लिए ला दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की नौ नगरपालिका सहित बिलासपुर में अमृत मिशन योजना शुरू की जा रही है, जिससे आने वाले 50 साल तक शहर के लिए पेयजल की व्यवस्था  होगी। इसमें खूंटाघाट से पानी लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम से पहले जिला अस्पताल परिसर में 100 बिस्तर वाले मातृ-शिशु चिकित्सालय का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में इसका जिक्र करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि इस तरह के अस्पताल की योजना अलग हटकर है। यहां बच्चों और उनकी माताओं की अच्छे से देखभाल होगी, जिससे कुपोषण और मृत्यु-दर में कमी आएगी। आंकड़ों के साथ मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ को कुपोषण और मातृ-शिशु मृत्यु दर कम करने में अभूतपूर्व सफलता मिली है। प्रदेश के हर जिले में इस तरह का अस्पताल खोलने की योजना है।
किसानों के मुद्दे पर अपने भाषण में मुख्यमंत्री ने कहा कि 14 साल में किसानों के जीवन में खुशहाली आई  है। सूखा पडऩे पर उन्हें बीमा और राहत राशि का लाभ मिल रहा है। कांग्रेसी नारे लगाते रहे और हमने धान की कीमत 2100 रुपये के पास ला दी। केन्द्र की मोदी सरकार की घोषणा के बाद धान का समर्थन मूल्य 1750 रुपये हो चुका है, जिसमें प्रदेश सरकार का 300 रुपये जोडऩे से उन्हें एक क्विंटल धान का 2015 रुपये भुगतान होगा।
मंत्रिमंडल में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कृषि पंप के लिए एक लाख रुपए का अनुदान फिर शुरू कर दिया गया है। बिजली बिल पर चाहे जितनी खपत हो, एक फ्लैट रेट कर दिया गया है। एक से अधिक पंप होने पर भी यह लाभ मिलेगा। कर्मचारियों की बहुत पुरानी मांग चार स्तरीय वेतनमान को भी मंजूर कर लिया गया है। 30 वर्ष की सेवा पूरी करने वालों को इसका लाभ मिलेगा।

कार्यक्रम की अध्यक्ष नगरीय निकाय एवं वाणिज्यिक कर मंत्री अमर अग्रवाल ने की। उन्होंने आज हुए लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम को शहर के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। मंच पर विधानसभा उपाध्यक्ष बद्रीधर दीवान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक,  छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष भूपेन्द्र  सवन्नी,  राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पांडेय, सांसद लखन लाल साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक साहू, महापौर किशोर राय सहित अनेक भाजपा नेता उपस्थित थे।

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