एसपी की टीम ने दर्जनों गांवों में लाउडस्पीकर लेकर जागरूकता अभियान चलाया, भीड़ रोकने शादियों की अनुमति निरस्त

बिलासपुर। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि को देखते हुए आज कलेक्टर और एसपी ने जिले का भ्रमण किया और लॉकडाउन की स्थिति का जायजा लिया। पुलिस की 15 टीमों ने करीब 40 गांवों में लोगों को कोरोना गाइडलाइन और लॉकडाउन के पालन की समझाइश दी। गांवों में विवाह समारोहों के नाम पर होने वाली भीड़ को देखते हुए 15 मई तक की शादी की सभी अनुमति रद्द कर दी गई है। अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे गांवों में निगरानी समितियों का गठन करें।

कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने बेलगहना सहित कई गावों का भ्रमण कर ग्रामीणों को अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी। उन्होंने एसडीएम को ग्राम स्तर पर निगरानी समिति बनाने का निर्देश भी दिया। कोटवारों को भी लगातार ग्रामों में निगरानी रखने की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति जो कोरोना पीड़ित हैं उन्हें गांव के तालाबों में निस्तारी की अनुमति नहीं दी जाए। शहर में कलेक्टर ने शनिचरी बाजार का भ्रमण कर लॉकडाउन के अनुपालन का जायजा लिया और दुकानें और व्यावसायिक संस्थानों का बंद होना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

भ्रमण के दौरान कलेक्टर ने रतनपुर स्थित लखनी देवी मंदिर परिसर में तैयार हो रहे कोविड ऑक्सीजन बेड और कोटा में बन रहे कोविड केयर सेंटर का भी मुआयना किया। कोटा के सीवीआरयू यूनिवर्सिटी में 20 तथा रतनपुर लखनी देवी मंदिर परिसर में 30 बिस्तर तैयार किए जा रहे हैं। इनमें 3 दिन के भीतर मरीजों का उपचार शुरू हो जाएगा। लखनी देवी मंदिर परिसर में 10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था की गई है। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल व एसडीएम तुलाराम भारद्वाज सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने टीम के साथ कोटा, बेलगहना और रतनपुर क्षेत्र के सर्वाधिक प्रभावित ग्रामों का भ्रमण किया। उनके साथ एएसपी रोहित कुमार झा, एसडीओपी कोटा स्नेहिल साहू, डीएसपी निमिषा पांडे व अन्य अधिकारी भी थे। आज पुलिस अधिकारियों की 15 टीमों ने 40 से अधिक गांवों में ग्रामीणों को लाउडस्पीकर के माध्यम से जागरूक किया। थानों में जाकर एसपी ने पुलिस कर्मियों को भी कोरोना से बचाव के संबंध में जानकारी दी और ली। यह अभियान लगातार जारी रहेगा।

जिला प्रशासन ने आज एक आदेश जारी कर 15 मई तक विवाह समारोह को प्रतिबंधित कर दिया है। इसके लिये पूर्व में दी गई अनुमति निरस्त कर दी गई है। गांवों में संक्रमण बढ़ने से रोकने के उद्देश्य से आज कोटा अनुविभाग के बेलगहना, शिवतराई सहित 10 ग्राम पंचायतों को कंटेनमेन्ट जोन घोषित कर दिया गया है। इन गांवों को आवागमन से प्रतिबंधित करते हुए सील कर दिया गया है। जरूरी सेवाओं के लिये अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here