बिलासपुर। समग्र शिक्षा अभियान के उप-संचालक आरएन हीराधर के खिलाफ हुई कार्रवाई के एक दिन बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त छोटेलाल जायसवाल पर भी भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया है। जायसवाल के पास कोरबा और बिलासपुर में करोड़ों की प्रॉपर्टी होने का पता चला है।

एसीबी को शिकायत मिली थी कि विभिन्न जिलों में पदस्थापना के दौरान जायसवाल ने बेहिसाब कमाई की। कोरबा जिले के पैतृक गांव गुरसिया में उन्होंने अलग-अलग 23 प्लाट खरीदे हैं। बिलासपुर में चांटीडीह और सिरगिट्टी में भी उसने अपने नाम पर 2500 वर्गफीट और 1000 वर्गफीट के दो प्लाट खरीदे। पत्नी अनिता जायसवाल के नाम पर बिलासपुर में 5 एकड़ का फॉर्म हाउस है। सोनगंगा कॉलोनी में उसने पिता के नाम पर 3 हजार वर्गफीट जमीन खरीदी है जिस पर दो मंजिला मकान बनाया गया है।

ज्ञात हो कि रामानुजगंज में पोस्टिंग के दौरान जायसवाल के खिलाफ 8 शिक्षाकर्मियों की फर्जी तरीके से भर्ती किये जाने की शिकायत हुई थी। इसमें उनके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत ही एफआईआर दर्ज की गई थी। इस मामले का चालान भी कोर्ट मे पेश हो चुका है। चालान पेश होने के बाद भी उनके खिलाफ कोई विभागीय कार्रवाई नहीं की गई और बिलासपुर जैसे महत्वपूर्ण जिले में सहायक आयुक्त का पद सौंपा गया है।

मंगलवार को बिलासपुर के पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी आरएन हीराधर के खिलाफ भी एसीबी ने अपराध दर्ज किया था। दोनों अधिकारियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13 (1) बी तथा 13 (2) के तहत जुर्म दर्ज किया गया है।

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