अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय में व्याख्यान

बिलासपुर। केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने आज कहा कि समरस समाज की स्थापना बिना जाति भेदभाव के घर गांव गरीब तक योजनाओं को पहुंचाना है। समाज को जोड़ना चाहे वह किसी भी वर्ग, समूह, धर्म का हो,उन्हें आपस में नजदीक लाना ही लक्ष्य होना चाहिए।
कुलस्ते आज अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय में समरस समाज की स्थापना का संकल्प विषय पर आयोजित व्याख्यान में बोल रहे थे। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि आजादी की 75 भी वर्षगांठ के अवसर पर विश्वविद्यालय में अलग-अलग विषयों पर व्याख्यानमाला व संगोष्ठी आयोजित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इसका प्रभाव निश्चित ही समाज पर पड़ेगा और हर क्षेत्र के व्यक्ति को विश्वविद्यालय के आगामी कार्यक्रमों का हिस्सा बनना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य डॉक्टर अरुण दिवाकर नाथ वाजपेई ने कहा कि समरस समाज की स्थापना हमारा संवैधानिक घोषित और सांस्कृतिक अघोषित संकल्प है। संविधान में हमने एक समतामूलक समाज की स्थापना का लक्ष्य रखा है। जिस चीज को संविधान ने घोषित किया है वह हमारी संस्कृति और संस्कारों ने जिया है।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में कैलाश गुप्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम की प्रस्तावना डॉक्टर स्वाति रोज टोप्पो ने दी। डॉक्टर सुमोना भट्टाचार्य ने अतिथियों का परिचय दिया। स्वागत भाषण छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ एच एस होता ने दिया। कार्यक्रम के अंत में कुलसचिव डॉ सुधीर शर्मा ने आभार व्यक्त किया।

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