बिलासपुर। नए वर्ष में शीतकालीन अवकाश के बाद 2 जनवरी से खुल रहे छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के रोस्टर में बदलाव किया गया है। इसमें तीन डिवीजन बेंच के अलावा 6 स्पेशल बेंच होंगे जो जरूरी मामलों की प्रत्येक शुक्रवार सुनवाई करेंगे। हाईकोर्ट में कुल 14 बेंच होंगे।

पहली डिवीजन बेंच में चीफ जस्टिस अरुप कुमार गोस्वामी और जस्टिस अरविंद सिंह चंदेल  रेंट कंट्रोल ट्रिब्यूनल द्वारा पारित मामलों को छोड़कर सभी प्रकार के रिट मैटर, रिट अपील, पीआईएल, रिट पिटीशन हेबियस कार्पस पिटीशन, टैक्स केसेस व इनकी रिट अपील की सुनवाई करेंगे।

दूसरी डिवीजन बेंच में जस्टिस गौतम भादुड़ी व जस्टिस नरेश कुमार चंद्रवंशी सभी सिविल मैटर, कमर्शियल केस, कंपनी अपील और वे सभी मामले जिनमें रेंट कंट्रोल ट्रिब्यूनल ने कोई आदेश पारित नहीं किया गया है, की सुनवाई करेंगे। तीसरी डिवीजन बेंच जस्टिस संजय के अग्रवाल व जस्टिस राकेश मोहन पांडेय की होगी, जिसमें सभी क्रिमिनल मैटर और क्रिमिनल रिट पिटीशन की सुनवाई होगी।

चीफ जस्टिस की स्पेशल सिंगल बेंच में प्रत्येक शुक्रवार को दोपहर 2.15 बजे के बाद आर्बिट्रेशन और समझौता एक्ट तथा समक्ष लाए जाने वाले अन्य मामलों की सुनवाई होगी। जस्टिस गौतम भादुड़ी की सिंगल बेंच में रुके मैटर की सुनवाई दोपहर 2.15 बजे के बाद शुक्रवार के दिन होगी। जस्टिस संजय के अग्रवाल की स्पेशल सिंगल बेंच में सिविल व क्रिमिनल ट्रांसफर पिटीशन के मामलों की प्रत्येक शुक्रवार को दोपहर 2.15 बजे के बाद होगी।

जस्टिस पी. सैम कोशी की सिंगल बेंच में रिट पिटीशन की सुनवाई की जाएगी। सिंगल बेंच दो में जस्टिस संजय अग्रवाल प्रथम व द्वितीय अपील की सुनवाई करेंगे।

जस्टिस अरविंद सिंह चंदल की स्पेशल बेंच में शुक्रवार को दोपहर बाद 2011 तक के क्रिमिनल रिवीजन के मामले सुने जाएंगे। इसके अलावा रुके हुए मामलों की सुनवाई होगी।

जस्टिस पार्थ प्रतीम साहू की सिंगल बेंच में 2015 से आगे के रिट पिटीशन और 2006 तक के सभी रिट पिटीशन की सुनवाई होगी।

जस्टिस रजनी दुबे की सिंगल बेंच में मिसलिनियस अपील (मुआवजा) एक्यूटल अपील लीव अपील की सुनवाई होगी। साथ ही 2014 तक के रिट पिटीशन की सुनवाई होगी। इसके अलावा ऐसे सभी सिविल मैटर की सुनवाई होगी जो दूसरे बेंच में नहीं लाए गए हैं। जस्टिस नरेंद्र कुमार व्यास की सिंगल बेच में 2000 तक तथा 2021 से बाद के क्रिमिनल अपील की सुनवाई होगी।

जस्टिस नरेश कुमार चंद्रवंशी की स्पेशल सिंगल बेंच में शुक्रवार दोपहर बाद सभी मिसलिनियस अपील तथा 2015 से 2020 तक के क्रिमिनल अपील की सुनवाई होगी।

जस्टिस दीपक कुमार तिवारी की सिंगल बेंच में रिट पिटीशन (227) तथा सन् 2014 और उसके आगे के क्रिमिनल रिविजन पिटशन की सुनवाई होगी। जस्टिस सचिन सिंह राजपूत की सिंगल बेंच में सीआरपीसी 439 तथा 438 के तहत सभी जमानत आवेदन की सुनवाई होगी। इसके अलावा सेक्शन 14 ए के अंतर्गत एसटीएससी एक्ट के मामले भी सुने जाएंगे।

जस्टिस राकेश मोहन पांडेय की सिंगल बेंच में शुक्रवार की दोपहर बाद सन् 2012 से 2013 तक के क्रिमिनल रिविजन की सुनवाई होगी। जस्टिस राधाकिशन अग्रवाल की सिंगल बेंच में क्रिमिनल रिफरेंस, 482 सीआरपीसी के अंतर्गत पिटीशन तथा 2006 से 2014 तक के क्रिमिनल अपील की सुनवाई होगी।

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