रायपुर। राज्यपाल एवं कुलाधिपति अनुसुईया उइके ने डॉ. गिरीश चंदेल को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया है। वे इस समय इसी विश्वविद्यालय में डिपार्टमेंट ऑफ प्लांट मॉलिक्यूलर बॉयोलॉजी एवं बॉयोटेक्नोलॉजी के विभागाध्यक्ष हैं। डॉ. चंदेल सिमगा के समीप ग्राम कुकराचुंदा के मूल निवासी और किसान परिवार से हैं। उनकी नियुक्ति से विश्वविद्यालय में स्थानीय कुलपति नियुक्त करने की मांग पूरी हुई है।

यह नियुक्ति इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय अधिनियम, 1987 की धारा 14 की उपधारा (1) में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए की गई है। इस संबंध में आज आदेश जारी किया गया।
उल्लेखनीय है कि डॉ. गिरीश चंदेल, देश के प्रख्यात पौध प्रजनक और जैव प्रौद्योगिकी के वैज्ञानिक हैं। डॉ. चंदेल को कृषि शिक्षा अनुसंधान और विस्तार प्रबंधन का 30 वर्षों का अनुभव है। इसमें 7 वर्षों का अनुभव विशेष रूप से सूखे और पोषण अनुसंधान के लिए अत्याधुनिक स्टेट ऑफ आर्ट बुनियादी सुविधाओं के निर्माण और पोषण प्रबंधन पर रहा है। डॉ. चंदेल को अमेरिका की प्रतिष्ठित बोरलॉग फेलोशिप मिली। उन्हें अंतरराष्ट्रीय राइस राइस रिसर्च इंस्टिट्यूट फिलीपींस की भी डॉक्टोरेट फेलोशिप मिली।
डॉ. चंदेल ने अनेक अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय सेमिनारों में भाग लिया और उनके 50 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रिसर्च पेपर प्रकाशित किए गए। उन्होंने 15 से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय परियोजनाओं का संचालन किया जिसकी लागत लगभग 20 करोड़ रुपये है।
डॉ. चंदेल ने धान की बायोफोर्टीफाइड प्रजातियों  के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ. चंदेल को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनुसंधान एवं विकास कार्यों का वृहद अनुभव है। उन्होंने इंटरनेशनल जेनेटिक इंजीनियरिंग एवं बॉयोटेक्नोलॉजी सेंटर में पीएच.डी. फेलो तथा इंटरनेशनल राईस रिसर्च इंस्टीट्यूट में विजिटिंग वैज्ञानिक के रूप में कार्य किया है।

 

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