चकरभाठा हवाई अड्डे का मुआयना कर जरूरी सुविधाओं पर अधिकारियों से प्रतिनिधिमंडल ने किया विचार विमर्श

बिलासपुर। चकरभाठा हवाईअड्डे का मुआयना करने के बाद हवाई सेवा संघर्ष समिति ने कहा है कि यदि राज्य और केन्द्र सरकार चाहे तो एक माह के भीतर यहां से उड़ानें शुरू की जा सकती हैं।

आज समिति के प्रतिनिधिमण्डल ने बिलासपुर हवाई अड्डे की अधिकारिक तौर पर विजिट की। इस हेतु समिति ने कलेक्टर बिलासपुर एवं एयरपोर्ट डॉयरेक्टर बिलासपुर को पत्र लिखकर सभी आवश्यक जानकारी एवं हवाई अड्डे की वर्तमान स्थिति जानने के लिए समिति की एक विजिट की आवश्यकता बताई थी। शनिवार को दोपहर 12.30 बजे संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल हवाईअड्डा पहुंचे। वहां एयरपोर्ट डॉयरेक्टर एन.पी.सिंह और बिल्हा एस.डी.एम. अखिलेश साहू ने बिलासपुर हवाई अड्डे की वर्तमान  स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी।.सिंह के अनुसार वर्तमान में बिलासपुर

एयरपोर्ट को 2सी केटेगरी का लाइसेंस डी.जी.सी.ए. (नागरिक उड्यन महानिदेषक) से दिया गया है। इस लाइसेंस के हिसाब से 40 सीटर विमान बिलासपुर एयरपोर्ट से व्यावसायिक उड़ान संचालित कर सकते है। वर्तमान में रनवे की लंबाई 1490 मीटर और चौडाई 30 मीटर है।  उनके अनुसार यह रनवे 72 या 78 सीटर विमानों के लिए उपयुक्त है, परन्तु उनके संचालन के पहले 3सी केटेगरी का लाइसेंस लेना होगा। 3सी केटेगरी लाइसेंस लेने के लिए एयरपोर्ट पर लगभग 3 से 5 करोड़ रुपये के कार्य किये जाने की आवश्यकता है। इसके लिये आवश्यक भूमि भी पहले से उपलब्ध है। अतः 3सी केटेगरी लाइसेंस लेने में अधिक परेशानी नहीं जायेगी। साथ ही आर.सी.एस. उडान योजना के बजाए महानगरों से व्यावसायिक उडान शुरू करना अधिक बेहतर प्रस्ताव है क्योंकि आर.सी.एस. उडान योजना में मध्यम स्तर शहरों की पूरी सवारी नहीं मिलती। इसके अलावा वहीं निजी विमान कंपनियां इसके लिये निर्धारित किरायों से भी संतुष्ट नहीं हैं।

एस.डी.एम. अखिलेश साहू ने बताया कि वर्तमान में एयरपोर्ट के पास लगभग 380 एकड़ भूमि उपलब्ध है। 4सी केटेगरी लाइसेंस के मापदण्डों के अनुसार 2200 मीटर लंबा रनवे (45 मीटर चौडा) बनाने के लिए लगभग 100 एकड़ भूमि की आवश्यकता और होगी। यह भूमि उपलब्ध कराने की पूरी संभावना वर्तमान स्थिति में है। एक नया टर्मिनल भवन और रायपुर की तरह एयरपोर्ट बनाने में लगभग 125 से 150 करोड रुपये खर्च होगे।

समिति के प्रतिनिधिमण्डल में अशोक भण्डारी, मनोज तिवारी, राकेश शर्मा, अटल श्रीवास्तव, सुशांत शुक्ला, रामशरण यादव, महेश दुबे, देवेन्द्र सिंह, कमल सिंह ठाकुर, बद्री यादव, अमित नागदेव, रोहित तिवारी, डॉ. रमन जोगी, अभय नारायण राय, गोपाल दुबे, कप्तान खान एवं सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने  कहा कि बिलासपुर से महानगरों की हवाई सुविधा प्रारंभ होने में विशेष तकनीकी दिक्कत नहीं है और न ही एयरपोर्ट के विस्तार और पूर्ण सुविधायुक्त एयरपोर्ट बनाने में कोई समस्या है। आवश्यकता केवल राज्य और केन्द्र सरकार के द्वारा इच्छाशक्ति दिखाने की है। समिति इसके लिए आवश्यक कदम उठायेगीं और उसे विश्वास है कि जन संघर्ष द्वारा बिलासपुर हवाई अड्डे से शीघ्र ही महानगरों के लिए उड़ानें प्रारंभ होगी।

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