मास्टर माइंड सहित अन्य आरोपियों की तलाश, लूटी गई रकम व जेवर अभी नहीं मिले

बिलासपुर। दर्रीघाट में 10 दिन पहले कांग्रेस नेता के घर दिनदहाड़े डकैती डालने के चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। डकैती में 8 से ज्यादा लोग शामिल थे। अभी तक मास्टरमाइंड और अन्य आरोपी हाथ नहीं आए हैं। पुलिस ने एक पिस्टल, एक कट्टा, मोबाइल फोन और 5 हजार रुपये उनसे बरामद किये हैं। लूटी गई बाकी नगदी और सोने चांदी के गहने नहीं मिल पाये हैं। पुरानी रंजिश के चलते एक स्थानीय आरोपी ने स्थानीय और उड़ीसा के पेशेवर अपराधियों को इस वारदात के लिए तैयार किया था।

जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव टाकेश्वर पाटले के घर 7 सशस्त्र डकैतों ने 13 जनवरी की सुबह 11 बजे महिलाओं और बच्चों को बंधक बनाकर डकैती डाली थी। वे नगद लगभग 2 लाख 30 हजार रुपए और सोने चांदी के आभूषण लूटकर फरार हो गए थे। पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर वारदात के बाद तुरंत घटनास्थल पहुंच गए थे।

पुलिस ने आरोपियों को ढूंढ निकालने के लिए तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए, सीसीटीवी कैमरे खंगाले। स्थानीय लोगों और पीड़ितों से कई चरणों में बातचीत कर सुराग लेने की कोशिश की। अलग-अलग विवेचना के लिए एएसपी और निरीक्षक स्तर पर 7 टीमें बनाई गई थीं, जिनमें चार प्रदेश के बाहर भी रवाना की गई थीं।

आज शाम डकैती का खुलासा करते हुए एसएसपी माथुर ने बताया कि विवेचना के दौरान गांव की एक महिला ने इस बात की पुष्टि की कि भागते समय तीन बाइक पर सवार डकैतों ने रायगढ़ जाने का रास्ता स्थानीय भाषा में पूछा। विभिन्न दुकानों, चौक चौराहों और ग्रामीण, शहरी इलाकों से करीब 1000 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को खंगाल कर आरोपियों की पहचान कर ली गई। पीड़ितों ने भी इन्हें पहचाना। इससे मालूम हुआ लावर ग्राम का रहने वाला अजय ध्रुव इस डकैती में शामिल है। कुछ दिन पहले वह चिल्हाटी निवासी रमजान, अयूब खान और 4-5 अन्य बाहरी लोगों के साथ ग्राम चिल्हाटी में देखा गया था। चिल्हाटी निवासी रमजान हत्या का आरोपी है, जो कुछ दिन पहले की जेल से छूटा था। मालूम हुआ कि रमजान और अयूब खान डकैती के बारे में मीडिया में आ रही लगातार खबरों के बाद सावधान हो गए और वह गांव छोड़कर कहीं भाग गए। पुलिस उनका लोकेशन ले रही थी, लेकिन वह बार-बार अपना ठिकाना बदल रहे थे।

डकैतों की तलाश में उड़ीसा की ओर से पीछा कर रहे निरीक्षक कलीम खान की टीम और रायगढ़ तथा जांजगीर की ओर से निरीक्षक प्रदीप आर्य की टीम ने संयुक्त घेराबंदी कर घटना में शामिल सुंदरगढ़ उड़ीसा से छोटू सिंह और आनंद टोप्पो को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में दोनों ने बताया लावर, मस्तूरी के रहने वाला अजय ध्रुव 2017 में एक मामले में अपने माता-पिता के साथ जेल में बंद था। अजय को जानकारी हुई थी कि उसके विरुद्ध रिपोर्ट करने वाले व्यक्ति की मदद कांग्रेस नेता टाकेश्वर पाटले ने की । उसी ने जानबूझकर उसे योजना बनाकर जेल भिजवाया। वह पाटले से बदला लेना चाहता था। जेल के अंदर चिंगराजपारा के रहने वाले रमजान उर्फ बल्ला से अजय की दोस्ती हुई, जो सरकंडा में हुई एक हत्या के प्रकरण में जेल में था। वही पर अजय और बल्ला ने पाटले के घर डकैती के लिए योजना बनाई। जेल से निकलने पर रमजान उर्फ बल्ला ने चिल्हाटी में रहने वाले अपने परिचित रमजान उर्फ बबलू नाम के ही दूसरे आरोपी को योजना में शामिल कर लिया जो गतौरा में हुई एक अन्य हत्याकांड का आरोपी है। रमजान उर्फ बल्ला ने चिंगराजपारा में रहने वाले अपने पड़ोसी अयूब को भी डकैती में शामिल होने के लिए राजी कर लिया।

गतौरा हत्याकांड का आरोपी बबलू मूलतः ओडिशा का रहने वाला है। उसने दुर्गेश के साथ वहां जाकर पेशेवर अपराधी अनिल शाह, माइकल उर्फ राहुल सिंह, टोनी उर्फ आनंद टोप्पो आदि को इस आपराधिक योजना में शामिल किया। रमजान उर्फ बबलू ने ग्राम सिमरिया के अपने एक अन्य साथी तुलसी भारती को भी रायगढ़ बुलाया। फिर सभी रायगढ़ में एक जगह मिले। वे 12 तारीख की रात में चिल्हाटी पहुंचे और रमजान और बबलू के घर पर रुके।   अगले दिन सुबह अजय ध्रुव से बातचीत कर वे कुल 7 लोग चिल्हाटी से रवाना होकर तीन अलग-अलग वाहनों में दर्रीघाट पहुंचे और डकैती डाली। घटना के बाद वे दर्दीघाट से कोटमी-सोनार होते हुए अलग-अलग स्थानों से भाग गए।

विवेचना के दौरान मालूम हुआ अजय ध्रुव ने पाटले से बदला लेने के नियत से रमजान उर्फ बल्ला के साथ मिलकर डकैती डलवाने का षड्यंत्र रचा। डकैती डालने वालों को पाटले के धंधे के बारे में पूरी जानकारी अजय ने ही दी। उसी ने बताया कि जमीन का धंधा करने के कारण टाकेश्वर अपने घर में काफी नगद रुपया रखता है।

एसएसपी ने कहा कि इस प्रकरण में जिस तरह से राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे थे, वह प्रकरण को किसी दूसरी दिशा में ले जाने का प्रयास था।

पुलिस ने सुंदरगढ़ उड़ीसा के छोटू सिंह और आनंद टोप्पो के अलावा स्थानीय आरोपी अजय ध्रुव लावर और दुर्गेश ध्रुव गणेश नगर सिरगिट्टी को गिरफ्तार किया है।

घटना के मास्टरमाइंड रमजान उर्फ बल्ला, ओडिशा से डकैतों को लाने वाले रमजान उर्फ बबलू, अयूब और माइकल अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

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