आबकारी मंत्री का जिला प्रदेश में दूसरे नंबर पर, सत्ता की शह में पनप रहा-शैलेष पांडे
“सरकार ही शराब खरीद रही है और सरकार ही बेच रही है फिर अवैध शराब कैसे बिकती है? अवैध शराब बिक्री को रोकने में रमन सरकार नाकाम है। आबकारी मंत्री का जिला अवैध शराब बिक्री में प्रदेश में दूसरे नंबर पर है, जो सत्ता की शह में जमकर पनप रहा है।“
सरकार अवैध शराब बिक्री और शराब कोचियों को समाप्त करने खुद शराब बेच रही है लेकिन शासन का यह प्रयास विफल होते नजर आ रहा है। आबकारी व पुलिस विभाग की तरफ से किसी भी प्रकार की कोई भी कार्रवाई नजर नहीं आ रही है ।
पांडेय ने पूछा कि क्या अधिक मुनाफा देखकर शराब कोचियों को सरकार ने खुली छूट दे रखी है या फिर इसमें सरकार के साथ आबकारी विभाग और पुलिस की भी सांठगांठ है।
पांडेय ने कहा कि पिछले एक साल में सरकार ने 11212 अवैध शराब बिक्री के प्रकरण रिकार्ड में दर्ज किये हैं। कितने ही बिना रिकार्ड संचालित है । इस दौरान अवैध शराब परिवहन के 882 प्रकरण दर्ज किए गए हैं, वहीं 7175 तो शराब खोरी के प्रकरण बनाये गए हैं । सरकार शराबबंदी के लिए शराब बेचने कि कमान अपने हाथ में लेने कि बात करती है, पर यहां तो सरकार शराब की बढ़ावा देती दिखाई दे रही है ।
पांडेय ने कहा कि इस विभाग के मंत्री अपने ही जिले में अवैध शराब की बिक्री पर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं। पिछले एक साल में बिलासपुर में 1236 अवैध शराब के प्रकरण बनाये गए, जबकि रायपुर में 1405, जांजगीर में 1080 और महासमुंद में 1073 प्रकरण दर्ज हैं । मंत्री का गृह जिला अवैध शराब बिक्री में प्रदेश में दूसरे नंबर पर है। पांडेय ने कहा कि जो अपने जिले में अवैध शराब की बिक्री को नहीं रोक पर रहे हैं, ऐसे मंत्री को तो तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए । भाजपा सरकार शराब पिलाकर लोगों की जिंदगी को बर्बाद कर रही है ।