बिलासपुर। खुडूभाठा जयरामनगर के एक ही परिवार के बंधक बनाये गये छह मजदूरों को ईंट भट्ठा से छुड़ा लिया गया है। ईंट भट्ठा मालिक ने इन्हें एडवांस में दिया गया पैसा वापस ले लिया था और बीमारी के बावजूद घर लौटने नहीं दे रहा था।

तोरवा पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मस्तूरी थाने के अंतर्गत खुडूभाठा,जयरामनगर निवासी इईंट भट्ठा सरदार रामकुमार कैवर्त इन मजदूरों को बीते जनवरी माह में अपने साथ ले गया था। रामकुमार ने मानिकपुर पंचायत के विश्राम केवर्त सहित 6 लोगों को 60 हजार रुपये एडवांस दिया  और अच्छा काम तथा समय पर मजदूरी दिलाने का आश्वासन दिया। इन सब को सरदार रामकुमार ग्राम पिरपुर, थाना कोठी जिला बाराबंकी उत्तरप्रदेश लेकर आ गया. यहां उसने ईंट भट्ठा संचलाक रामकुमार वर्मा, प्रधान एवं रवि वर्मा के एसपीएफ ईंट भट्ठा में काम पर लगा दिया। काम के दौरान स्वास्थ्य बिगड़ने पर इन लोगों ने घर वापस जाने के लिए छुट्टी मांगी। तब ईंट भट्ठा संचालक ने उनसे एडवांस में लिये गए 60 हजार रुपये को जमा करने के लिये कहा। जमा करने के बाद भी उन्हें संचालक ने छोड़ने से मना कर दिया। उल्टे उन्हें बंधक बनाकर उनसे मजदूरी कराने लगा। उन्होंने मजदूरी देना भी बंद कर दिया तथा मोबाइल फोन से घर पर सम्पर्क करने से भी रोका। इस बारे में गांव की ही शिवकुमारी केवर्त ने 9 मई को एक शिकायत जिला पुलिस अधीक्षक से की। इसके बाद अधिकारियों ने बंधक मजदूरों को छुड़ाने के लिए अधीनस्थों को निर्देश दिया। थाना प्रभारी तोरवा शनिप कुमार रात्रे ने उत्तर प्रदेश के थाना कोठी पुलिस से सम्पर्क किया और उनके सहयोग से सभी बंधक मजूदरों को छुड़ा लिया गया। सभी मजदूर बिलासपुर पहुंचे जिसके बाद उन्हें उनके ग्राम मानिकपुर भेज दिया गया। छुड़ाये गए मजदूरों में विश्राम केवर्त, गोविन्द कैवर्त, महेश कैवर्त, लक्ष्मिन कैवर्त, जागेश्वरी कैवर्त, तथा दीपांजली कैवर्त शामिल हैं।

 

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