बिलासपुर। रेलवे ने निजी भागीदारी के साथ छोटे व रोड साइड स्टेशनों पर नये गुड्स शेड बनाने तथा मौजूदा शेड्स के विकास की योजना पर काम शुरू किया है। बिलासपुर रेलवे जोन के अंतर्गत ऐसे स्टेशनों की पहचान की जा रही है।
रेल मंत्रालय ने बड़ी संख्या में रेलवे स्टेशनों पर नई गुड्स शैडों की सुविधाओं की स्थापना और मौजूदा गुड्स शैड्स को विकसित करके निजी भागीदारी के माध्यम से टर्मिनल क्षमता बढ़ाने की नीति बनाई है।
इसके अंतर्गत सामान लदान के स्थान, सामान चढ़ाने, उतारने की सुविधा, मज़दूरों के लिए छाया के साथ आराम की जगह, पीने का पानी, स्नान की सुविधा आदि, सम्पर्क सड़क, ढंकी हुई शेड और अन्य संबंधित बुनियादी ढांचे का विकास निजी व्यवसायी द्वारा किया जायेगा।
रेलवे निर्माण के लिए कोई विभागीय या कोई अन्य शुल्क नहीं लेगा। निजी व्यवसायी द्वारा बनाई गई सुविधाओं का उपयोग आम उपयोगकर्ता की सुविधा के रूप में किया जाएगा और अन्य ग्राहकों के आवागमन पर व्यवसायी के यातायात को अन्य ग्राहकों पर कोई वरीयता या प्राथमिकता नहीं दी जाएगी। समझौते के दौरान बनाई गई संपत्ति और सुविधाओं के रखरखाव की ज़िम्मेदारी निजी व्यवसायी की होगी।
इस योजना के तहत प्रोत्साहन के रूप में टर्मिनल प्रभार (टीसी) और टर्मिनल एक्सेस चार्ज (टीएसी) में हिस्सेदारी, पांच साल के लिए गुड्स-शेड के सभी यातायात पर रहेगी। कम से कम शेयर की मांग करने वाले व्यवसायी को प्रतिस्पर्धी बोली के माध्यम से चुना जाएगा। यह कार्य डिवीज़न स्तर पर किया जाएगा। व्यवसायी अतिरिक्त राजस्व के लिये गुड्स शेड के पास छोटी कैंटीन, चाय की दुकान, विज्ञापन आदि की की व्यवस्था कर सकेगा।

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